बेटे संग ख्वाजा के दर पर पहुंचे अजय देवगन, बेकाबू फैंस को देखकर खोया आपा, Video वायरल
अजमेर। हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार अजय देवगन बेटे युग संग अजमेर शरीफ दरगाह पर चादर चढ़ाने पहुंचे थे, अपने फेवरेट सितारे को अपने बीच देखकर वहां के लोग एकदम से बेकाबू हो गए और उन्होंने अजय देवगन और युग को घेर लिया, हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने उन सभी को अजय और युग तक पहुंचने नहीं दिया लेकिन इतने सारे लोगों को देखकर अजय देवगन ने अपना आपा खो दिया।
बेटे संग ख्वाजा के दर पर पहुंचे अजय देवगन
दरअसल अजमेर शरीफ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें अजय देवगन अपने बेटे को भीड़ से बचाते हुए ले जा रहे हैं, साथ ही वो लोगों से गुस्से में खुद से और बेटे से दूर रहने के लिए भी बोल रहे हैं, इस दौरान एक्टर काफी गुस्से में दिख रहे हैं, हालांकि सुरक्षाकर्मी उनकी सुरक्षा का पूरा ख्याल रख रहे थे, बावजूद इसके अजय को धक्का-मुकी का शिकार होना पड़ा, जिसकी वजह से बॉलीवुड के 'सिंघम' की त्यौरियां एकदम से चढ़ गईं जिसके बारे में सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा हो रही है।
यह पढ़ें: तो विराट-अनुष्का के एक होने की वजह हैं सलमान खान?
|
अजय देवगन के गुस्से वाला वीडियो हुआ वायरल
आपको बता दें कि अजय देवगन पिछले दिनों अपने एक बयान को लेकर काफी चर्चित हुए थे, दरअसल फिल्मफेयर के साथ हुए एक इंटरव्यू में अजय देवगन से पूछा गया था कि क्या उन लोगों के साथ काम करना नैतिक है, जिन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है? इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा था कि आरोपी और सिद्ध दोषी के बीच अंतर होता है। दरअसल आपको बता दें कि अकीव अली की फिल्म 'दे दे प्यार दे' में अजय देवन के साथ आलोक नाथ भी नजर आए थे, जिन पर भी यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है, फिलहाल अजय देवगन के इस बयान को लेकर कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर उनकी भी आलोचना की थी।
|
मीटू मूवमेंट को लेकर अजय देवगन ने कही थी ये बात
हालांकि अपने बयान में अजय देवगन ने ये भी कहा था कि जब मीटू मूवमेंट हुआ तब मैंने फिल्म उद्योग के अपने कई साथियों और सहयोगियों के साथ यह स्पष्ट कर दिया था कि मैं कार्यस्थल पर हर एक महिला का सम्मान करता हूं और उनके खिलाफ होने वाले किसी भी अन्याय या फिर अत्याचार के खिलाफ मैं स्टैंड नहीं लूंगा, मैंने अपने स्टैंड के बारे में कुछ भी नहीं बदला है।
यह पढ़ें: AIIMS के डॉक्टरों ने किया था सुषमा की सर्जरी से इंकार लेकिन स्वराज ने नहीं मानी बात