पटना। बिहार से एक बार फिर मॉब लिंचिंग की दिल दहलाने वाली खबर सामने आई है। इस बार निशाना कोई सामान्य व्यक्ति नहीं बना है, बल्कि डीएसपी रघुनाथ सिंह पर भीड़ ने हमला बोल दिया। जिस वक्त भीड़ ने डीएसपी पर हमला किया उस समय उनके साथ अंगरक्षक थे, लेकिन भीड़ का खौफनाक चेहरा देख वो भाग खड़े हुए। डीएसपी पर हुए जानलेवा हमले का वीडियो भी सामने आया है। इसमें डीएसपी बार-बार जान बख्शने की गुहार लगाते दिख रहे हैं, लेकिन किसी ने उनकी एक न सुनी।
वीडियो में लोग उन पर लाठियां बरसाते दिख रहे हैं। हमले में डीएसपी को सिर में गंभीर चोटें आई हैं और उनका हाथ भी टूट गया है। डीएसपी का इलाज बनारस के अस्पताल में चल रहा है। भीड़ के हमले में डीएसपी के अलावा सब इंस्पेक्टर और कई अन्य पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।
जानकारी के मुताबिक, कैमूर में दलित छात्रा की दुष्कर्म के बाद हत्या से लोग भड़के हुए थे। घटना से नाराज भीड़ ने बाजार में पथराव किया और थाना फूंक दिया। भीड़ ने समझाने के लिए जब मोहनियां के डीएसपी रघुनाथ सिंह आए तो उग्र लोगों ने उन पर भी हमला बोल दिया। अचानक हुए हमले के बाद अंगरक्षकों को अपनी जान के लाले पड़ गए और वे डीएसपी को छोड़कर भाग गए।
कैमूर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के गांव में दलित समुदाय की छात्रा को दुष्कर्म के बाद मोहनियां रेल ट्रैक पर मरने के लिए फेंक दिया गया था। इलाज के दौरान छात्रा ने दम तोड़ दिया। दलित छात्रा की मौत से उत्तेजित ग्रामीणों ने पहले तो शव के साथ सड़क जाम कर दी और बाद में बाजार बंद कराते हुए जमकर पथराव किया। ग्रामीणों ने रामगढ़ थाने का भी घेराव किया और उसे आग के हवाले कर दिया। इसी दौरान डीएसपी भीड़ को समझाने आए थे।