वीर चक्र से सम्मानित एयर मार्शल एमएम सिंह का निधन
नई दिल्ली। 1971 भारत-पाक युद्ध के दौरान अपनी बहादुरी के लिए वीर चक्र से सम्मानित एयर मार्शल(रिटायर्ड) मन मोहन सिंह (एमएम सिंह) का मंगलवार को निधन हो गया। वो 89 साल के थे। चंडीगढ़ में उन्होंने अपनी आखिर सांसे लीं। कोरोना के चलते सीमित लोगों की मौजूदगी में सेक्टर 25 स्थित शवदाह गृह में बुधवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। रिटायरमेंट के बाद एमएम सिंह चंडीगढ़ में ही रहते थे।
एमएम सिंह सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में पैदा हुए थे। बंटवारे के बाद उनका परिवार जालंधर में आकर बस गया था। एमएम सिंह ने 1951 में भारतीय सेना में कमीशन हासिल किया था और 22 अगस्त 1985 को उन्हें वायु सेना कमान का प्रमुख बनाया गया था। एम एम सिंह 1988 में सर्विस से रिटायरमेंट ले ली थी।
एयर मार्शल एमएम सिंह को 1971 में पाकिस्तान से हुई जंग के दौरान दिखाई गई वीरता और साहस के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया था। उस समय वो पूर्वी सेक्टर में लड़ाकू स्क्वाड्रन को कमांड कर रहे थे। उन्होंने खुद अपने विमान से उस दौरान 19 उड़ानें भरी थीं और पाक सेना के अहम ठिकानों पर हमले किए थे। उन्होंने गन बोट्स और समुद्री जहाजों को मेघना नदी पर ऑपरेशन के दौरान लक्ष्य को हासिल करने के लिए असरदार कवर मुहैया कराया था। उस पूरे ऑपरेशन के दौरान ही उन्होंने अदम्य साहस और उच्च श्रेणी की कर्तव्य परायणता का प्रदर्शन किया था। जिसके लिए उनको वीर चक्र दिया गया।