लाल बत्ती के बाद माननीयों ने अपनी हनक दिखाने का नया तरीका ढूंढा
लाल और नीली बत्ती पर बैन के बाद वीआईपी नए तरीकों की कर रहे हैं तलाश, महाराष्ट्र में मंत्री ने कहा विकल्प तलाशिए
नई दिल्ली। देश की सियासत में वीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार ने लाल बत्ती और नीली बत्ती लगाने पर रोक लगा दी है, लेकिन इसके बाद भी नेताओं ने अपनी रसूख को दिखाने का नया तरीका ढूंढ़ निकाला है। अब नेताओं और मंत्रियों की कार पर नीली और लाल बत्ती की जगह हूटर और सायरन ने ली है। मध्य प्रदेश और तेलंगाना में यह नया तरीका देखने को मिला है।
मंत्री जी ने कहा तरीका तलाश करिए
वहीं अन्य राज्यों महाराष्ट्र अभी भी दूसरा तरीका ढूंढने में लगा हुआ है कि कैसे बिना नियमो को तोड़े यहां वीआईपी अपनी कारों को अलग दिखा सके। महाराष्ट्र के गृहराज्य मंत्री दीपक केसरकार ने प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखकर कहा है कि इसके अन्य विकल्पों को तलाशा जाए जिससे की नियम ना टूटें। केसरकर ने अपने पत्र में लिखा है कि जब मंत्री सफर करते हैं तो कुछ ऐसा जरूर होना चाहिए जिससे अन्य कारों से अलग उसकी पहचान की जा सके ताकि उनकी सुरक्षा के साथ समझौता नहीं हो।
चुनिंदा गाड़ियों पर ही लग सकता हैं सायरन
वहीं मध्य प्रदेश कई भाजपा नेता ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रास्ते पर चल रहे हैं और उन्होंने अपनी कारों पर से लाल बत्ती को हटा दिया है, जबकि कुछ नेताओं नने अपनी कारों पर हूटर लगा दिया है। सेंट्र मोटर वेहिकल नियम के तहत कोई भी व्यक्ति अपनी कार में हूटर या सायरन नहीं लगा सकता है। नियम के अनुसार एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और निर्माणाधीन इमारत के लिए औजार ले जा रही गाड़ियों व पुलिस की गाड़ियों के अलावा कोई भी अपनी कार में सायरन या हूटर नहीं लगा सकता है।
5000 रुपए का लगाया जाएगा जुर्माना
भोपाल में जब कुछ अधिकारियों और नेताओं से एआरटीओ संजय कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बाया कि सिर्फ ट्रांसपोर्ट विभाग और पुलिस विभाग को हूटर लगाने की इजाजत है, इसके अलावा कोई भी इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता है, जो भी इसका इस्तेमाल कर रहा है हम उनपर 5000 रुपए का जुर्माना लगाएंगे। जिस तरह से केंद्र सरकार ने लाल और नीली बत्ती हटाने का नियम जारी किया था उसके बाद कारों पर हूटर लोगों की नाराजगी का कारण बन रही है।
हैदराबाद में भी ढूंढा तरीका
हैदराबाद में भी वीआईपी लोग अपनी पहचान को दिखाने के लिए इस तरीके को अपना रहे हैं, यहां नेता अपनी कारों में नीली और लाल बत्ती की जगह सायरन और हूटर लगाकर चल रहे हैं ताकि सड़कों पर उनकी अलग से पहचान हो सके। हैदराबाद के पंजागट्टा, खैरतबादा, अमरपेट जैसे इलाकों में यह साफ देखने को मिल सकता है। हैदराबाद के जेसीपी ट्रैफिक रवींदर तिवारी का कहना है कि अभी तक हमारे पास नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई का कोई भी निर्देश नहीं मिला है, जबतक हमें इस बाबत नोटिफिकेशन नहीं मिलता मैं इसपर कुछ नहीं कह सकता।