JNU Violence : बसपा अध्यक्ष मायावती ने की न्यायिक जांच की मांग, किया ये Tweet
नई दिल्ली। राजधानी के जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार को हुई हिंसा के खिलाफ मुंबई और उत्तर प्रदेश समेत देश के कई जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इस घटना की राजनीतिक जगत में भी भारी आलोचना की जा रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस पूरी घटना की कड़ी आलोचना की है।
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BSP अध्यक्ष मायावती ने की न्यायिक जांच की मांग
मायावती ने जेएनयू हिंसा के एक दिन बाद सोमवार की सुबह ट्वीट करते हुए कहा कि जेएनयू में छात्रों और शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति निंदनीय और शर्मनाक है। केन्द्र सरकार को इस पूरे मामले को गंभीरता से लेना चाहिए। घटना की न्यायिक जांच की जाए तो यह बेहतर रहेगा।
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नकाबपोश हमलावरों ने कैंपस के भीतर जमकर मारपीट की
गौरतलब है कि विवि में रविवार को जिस तरह से नकाबपोश हमलावरों ने कैंपस के भीतर जमकर मारपीट की और तोड़फोड़ मचाई उसके बाद यहां के हालात काफी तनावपूर्ण हैं। कैंपस के भीतर हुई हिंसा के खिलाफ छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा है और वह दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
डंडे, रॉड, हॉकी से हुआ हमला
मालूम हो कि जेएनयू के भीतर रविवार को तमाम नकाबपोश हाथ में डंडे, रॉड, हॉकी लेकर पहुंचे थे और उन्होंने छात्रों पर हमला कर दिया, यही नहीं इन लोगों ने कैंपस के भीतर जमकर तोड़फोड़ की, जिसके बाद प्रशासन को कैंपस के भीतर पुलिस को बुलाना पड़ा।
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जेएनयू प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई
कैंपस में हिंसा की जांच की जिम्मेदारी जॉइंट सीपी (वेस्टर्न रेंज) शालिनी सिंह को दी गई है, तो वहीं केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने हिंसा को लेकर जेएनयू प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने जेएनयू में हुई हिंसा की निंदा की है और छात्रों से कैंपस में शांति बनाए रखने की अपील की है।
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