सनी देओल को गुरदासपुर से टिकट मिलने से विनोद खन्ना की पत्नी मायूस, बोलीं- मेरे साथ धोखा हुआ
गुरदासपुर: भारतीय जनता पार्टी ने सनी देओल को पंजाब की गुरदासपुर से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। सनी देओल ने मंगलवार को बीजेपी ज्वॉइन की थी। सनी देओल को टिकट देने से पूर्व केंद्रीय मंत्री और गुरदासपुर लोकसभा सीट से चार बार सांसद रहे दिवंगत विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना निराश हैं। उन्होंने बुधवार को निराशा जताते हुए कहा कि उन्हें ऐसा महसूसू हो रहा कि पार्टी ने उनके साथ विश्वासघात किया है। उन्होंने कहा कि वो फिलहाल सभी विकल्पों को देख रही है। इसमें निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ना भी शामिल है।
'मेरे साथ विश्वासघात हुआ'
'कविता खन्ना ने पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि मुझे एसा लग रहा है कि मेरा साथ विश्वासघात किया गया। मुझे ये भी लगता है कि उन लोगों को भी नजरअंदाज किया गया, जो चाहते थे कि मुझे टिकट मिले। निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैं सारे विकल्पों पर विचार कर रही हूं। मैंने अभी कुछ निर्णय नहीं लिया है। मैंने किसी भी मुद्दे पर कोई फैसला अभी तक नहीं किया है।
'मैंने गुरदासपुर में विनोद खन्ना जी के साथ काम किया'
कविता खन्ना ने आगे कहा कि मैंने विनोद खन्ना के साथ 20 सालों तक गुरदासपुर लोकसभा सीट में लोगों के लिए काम किया है। मुझे भगवान पर विश्वास है। जीवन एक यात्रा है। मैंने यहां 20 सालों तक काम किया है। जब विनोद जी बीमार थे, तब मैं अक्सर गुरदासपुर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से मिलती थी। लोग मुझे उनके सांसद के रूप में चाहते हैं। कविता ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि बीजेपी मुझे टिकट देगी। इसलिए मैं गुरदासपुर के लोगों और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ पिछले कई हफ्तों से बैठक कर रही थीं। मंगलवार को टिकट के ऐलान से पहले घायल, दामिनी और घातक जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्में देने वाले सनी देओल बीजेपी में शामिल हुए।
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पीएम मोदी ने विनोद खन्ना के योगदान को किया था याद
पिछले साल जनवरी में गुरदासपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विनोद खन्ना को इस इलाके में कराए गए विकास कार्यों के लिए याद किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि उन्होंने इस इलाके के विकास के लिए प्रयास किए। वो आधुनिक और संपंन्न गुरदासपुर देखना चाहते हैं। हम उनके सपने को महसूस कर सकते हैं। विनोद खन्ना ने ये सीट साल 1998, 1999, 2004 और 2014 में जीती थी। वो अपने लोकसभा क्षेत्र में 'पुलों के सरदार' के तौर पर प्रसिद्ध थे। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के दूरदराज के गांवों को पुलों के जरिए जोड़ा था।
विनोद खन्ना के निधन के बाद उपचुनाव में कांग्रेस को मिली जीत
गुरुदासपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद कांग्रेस के नेता सुनील जाखड़ हैं। साल 2017 में गुरुदासपुर सीट पर विनोद खन्ना के निधन के बाद हुए उपचुनाव हुए थे। इस चुनाव में बीजेपी ने मुंबई के उद्योगपति स्वर्ण सिंह सलारिया को टिकट दिया था। सुनील जाखड़ ने उन्हें 1,93,219 वोटों से हराकर कांग्रेस को लंबे समय बाद ये सीट दिलाई थी। 2017 के उपचुनाव के दौरान बीजेपी के टिकट के लिए कविता सबसे आगे थीं, लेकिन पार्टी ने उनकी जगह व्यवसायी सलारिया को टिकट दिया।
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