सुब्रमण्यम स्वामी ने किए दो सनसनीखेज खुलासे, बोले- जेटली-माल्या मामले की जांच हो
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लगातार निशाने पर लेने वाली भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने इस बार अपनी ही पार्टी के नेता अरुण जेटली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ मुलाकात के विजय माल्या के दावे पर छिड़ी बहस के बीच स्वामी ने बीबीसी के साथ बातचीत में कहा, 'विजय माल्या के बयान ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर संदेह पैदा किया है, इसलिए मामले की जांच जरूरी है।
स्वामी का दावा- लुक आउट नोटिस में बदलाव के बाद माल्या भागा
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि संदेह सिर्फ माल्या के वित्त मंत्री से मिलने पर नहीं है। उन्होंने दावा किया कि संदेह वित्त मंत्रालय के उस निर्देश से पैदा होता, जिसके तहत विजय माल्या देश छोड़कर लंदन चले गए। स्वामी ने दावा किया कि देश के सभी एयरपोर्ट को पहला निर्देश जारी किया गया था कि विजय माल्या अगर आते हैं तो उन्हें बाहर जाने से 'रोका' मतलब 'ब्लॉक' किया जाए। बाद में उस आदेश को बदलकर कहा गया कि अगर वह 'विदेश यात्रा' के लिए एयरपोर्ट आते हैं तो सिर्फ इसे रिपोर्ट किया जाए, मतलब सरकार को सूचित कर दिया जाए।
स्वामी का दावा- 24 अक्टूबर 2015 को जारी किया गया था नोटिस
सुब्रमण्यम स्वामी ने लुक आउट नोटिस की तारीख भी बताई है। उन्होंने दावा किया कि 24 अक्टूबर 2015 को विजय माल्या के खिलाफ प्रत्येक एयरपोर्ट पर लुक आउट नोटिस जारी किया गया। इस नोटिस में पहले स्पष्ट तौर पर कहा गया था कि उन्हें रोका जाए, लेकिन बाद में इस नोटिस में संशोधन कर दिया गया और माल्या को रोकने की जगह सिर्फ सूचित करने की बात की गई।
'माल्या ने जेटली को बताया था वह लंदन जा रहा है'
सुब्रमण्यम स्वामी ने एक और दावा किया है कि वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ मुलाकात के दौरान विजय माल्या की बताया था कि वह लंदन जा रहा है। स्वामी ने कहा, 'मैं तो सिर्फ यह जानना चाहता हूं कि किसके आदेश से 'लुक आउट' नोटिस में संशोधन किया गया और माल्या 54 सूटकेस लेकर हवाई जहाज में आसानी से चढ़ गया और भारत छोड़कर चला गया।'
स्वामी का दावा- इन दो बातों को अब कोई नकार नहीं सकता
स्वामी ने 13 सितंबर 2018 को भी एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'माल्या के देश छोड़ने वाले मामले में अब हमारे पास दो ऐसे फैक्ट हैं, जिन्हें नकारा नहीं जा सकता। पहला- 24 अक्टूबर 2015 को 'ब्लॉक' की जगह 'रिपोर्ट' करके लुक आउट नोटिस हल्का कर दिया गया। इसी की मदद से माल्या 54 सूटकेस के साथ देश छोड़ने में सफल रहा। दूसरा- माल्या ने वित्त मंत्री को बताया था कि वह लंदन जा रहाा है।'
स्वामी ने तीन पहले भी ट्वीट कर जताया था संदेह
सुब्रमण्यम स्वामी ने तीन महीने पहले भी ट्वीट कर विजय माल्या के देश छोड़ने के मामले में खुलासा किया था। स्वामी ने लिखा था, 'माल्या देश छोड़कर नहीं भाग सकता था, क्योंकि उसके खिलाफ एयरपोर्ट पर सख्त लुक आउट नोटिस जारी था। इसके बाद वह दिल्ली आया और किसी से मिला, एक ऐसे शख्स से जो लुक आउट नोटिस को बदलवाने की क्षमता रखता था। कौन था वह जिसने लुक आउट नोटिस को बदलवाया?' स्वामी ने यह ट्वीट 12 जून को किया था।