अरुंधति के 'रंगा-बिल्ला' बयान पर उमा भारती बोलीं- 'ऐसे बुद्धिजीवी सिर्फ घृणा के पात्र हैं'
नई दिल्ली। भाजपा नेता उमा भारती ने लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता अरुंधति रॉय पर निशाना साधा है। CAA (नागरिकता संशोधन कानून) और NRC (राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए अरुंधति रॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को लेकर एक विवादित बयान दिया है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि, जब सरकारी कर्मचारी जानकारी मांगने आपके घर आएं तो उन्हें गलत जानकारी दीजिए। अपना नाम रंगा बिल्ला बताइए।
क्या बोलीं उमा भारती?
अब उमा भारती ने ट्वीट करते हुए कहा, 'यहां जब मैं टीवी देख रही थी तो हमारे देश की एक सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री अरुंधती रॉय के हवाले से मैंने एक बयान देखा जिसमें उन्होंने एनपीआर के पहचान के समय पर रंगा-बिल्ला जैसे नामों को भी बताए जाने का सुझाव दिया। सुश्री अरुंधती रॉय जैसे पढ़े लिखे वर्ग की महिला के दिमाग में सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद एवं अशफाकुल्लाह खां का नाम नहीं आया, रंगा-बिल्ला का नाम आया।'
'विकृत मानसिकता की पहचान'
उमा ने अपने ट्वीट में कहा, 'रंगा-बिल्ला वो धृणित अपराधी थे जिन्होंने स्कूल की छात्रा के साथ दुराचरण कर के उसकी हत्या की तथा उसको बचाने की कोशिश में लगे उसके भाई की भी हत्या कर दी। देशवासियों को याद आ जाएगा कि वह कितना धृणित एवं जघन्यतम कृत्य था। मैं शर्मिंदा हूं कि मुझे इस महिला के नाम का जिक्र करना पड़ रहा है, जिसके दिमाग में रंगा-बिल्ला जैसे लोग भी आदर्श हो सकते हैं। यह विचार महिला विरोधी, मानवता विरोधी एवं बेहद घृणित एवं विकृत मानसिकता की पहचान है। ऐसे तथाकथित बुद्धिजीवी सिर्फ घृणा एवं निंदा के पात्र हैं। ऐसी सोच का तथा ऐसे लोगों का पूर्णतः बहिष्कार होना चाहिए।'
कौन थे रंगा-बिल्ला?
बता दें रंगा बिल्ले दो बड़े अपराधी ने जिन्होंने 70 के दशक में एक नाबालिग लड़की और उसके भाई का अपहरण किया था। इन्होंने लड़की के साथ गैंगरेप कर दोनों भाई-बहन की हत्या कर दी थी। बाद में दोनों अपराधियों को फांसी की सजा मिली थी।
'7 रेस कोर्स रोड लिखवाएं'
दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन के दौरान अरुंधति रॉय ने एनपीआर को एनआरसी का हिस्सा बताते हुए दावा किया कि राष्ट्रीय नागरिक पंजीकरण के लिए राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) डेटाबेस का काम करेगा। अरुंधति रॉय ने कहा कि, एनपीआर के लिए जब सरकारी कर्मचारी जानकारी मांगने आपके घर आएं तो उन्हें अपना नाम रंगा बिल्ला या कुंगफू कुत्ता बताइए। अपने घर का पता देने के बजाए 7 रेस कोर्स रोड (प्रधानमंत्री आवास) लिखवाएं। ऐसे ही हम लोग कोई फोन नंबर भी चुन सकते हैं।
अरुंधति रॉय ने क्या कहा?
अरुंधति रॉय ने आगे कहा कि बहुत सारा सबवर्जन करना पड़ेगा हमें, हम सिर्फ लाठी खाने और गोली खाने के लिए नहीं पैदा हुए हैं हमें और भी सोच के करना पड़ेगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि एनआरसी देश के मुस्लिमों के खिलाफ है। अरुंधित रॉय ने कहा कि एनआरसी और डिटेंशन कैंप के मुद्दे पर सरकार झूठ बोल रही है। उनके बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि यह हैरान करने वाला है। यह देशद्रोह है। मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पहले बुद्धिजीवियों का ही एक रजिस्टर तैयार किया जाए।