Padmavati पर सुब्रमण्यम स्वामी बोले- भंसाली के पैसों की ED करे जांच
नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म पद्मावती पर उठा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। आज शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने पद्मावती फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने वाली याचिका को खारिज कर दिया। वहीं इस फिल्म पर भारतीय जनता पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि हमें इसके पीछे यह ध्यान देना होगा कहीं कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है। दुबई के लोग जरूर यह चाहते हैं कि मुस्लिम राजा सिनेमा में बतौर नायक पेश किए जाएं। यह एक साजिश चल रही थी, जिसमें पद्मिनी को भी हल्के तरीके से बनाया गया। UPA आने के बाद इन लोगों को उत्साह मिला। स्वामी ने कहा कि भंसाली को मिल रहे पैसों की जांच प्रवर्तन निदेशालय को करनी चाहिए।
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हम इस मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकते। याचिका को खारिज करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सेंसर बोर्ड ने अभी तक पद्मावती को सर्टिफिकेट जारी नहीं किया है, यह एक स्वतंत्र निकाय है और इसलिए सुप्रीम कोर्ट को उनके अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। बता दें कि यह फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली है। झुंझनू, जयपुर, जोधपुर समेत कई इलाकों में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. मेवाड़, जयपुर समेत राजस्थान के पांच से ज्यादा पूर्व राजघरान फिल्म का विरोध कर रहे हैं।
गौरतलब है कि संजय लीला भंसाली अपनी आगामी फिल्म पद्मावती की शूटिंग राजस्थान स्थित नाहरगढ़ फोर्ट में कर रहे थे। इसी साल जून में उनके साथ बदसलूकी की गई। करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने भंसाली के साथ धक्का-मुक्की की और शूटिंग के लिए रखे उपकरणों और स्पीकर वगैरह तोड़ दिया था। सेना के एक कार्यकर्ता ने भंसाली को थप्पड़ भी मार दिया। सेना के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि भंसाली की फिल्म में इतिहास से जुड़े तथ्यों और रानी पद्मावती की छवि तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। सेना का कहना है कि उन्हें अलाउद्दीन खिलजी और रानी पद्मावती के बीच कथित रूप से फिल्माए जा रहे लव सीन पर आपत्ति है।