क्या है अक्षय कुमार की लाइफ में 7, 12, 5 इनटू 40 का मतलब, जिसका राज उन्होंने PM के सामने खोला
नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा के सुपर स्टार अक्षय कुमार ने नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया है, जिसका प्रसारण बुधवार सुबह 9 बजे टीवी चैनलों पर ANI के सहयोग हुआ, यह पहला मौका है जब पीएम मोदी का इंटरव्यू किसी पत्रकार ने नहीं बल्कि फिल्म अभिनेता ने लिया है। इस इंटरव्यू में पीएम मोदी ने अपनी जिंदगी के बहुत सारे पहलुओं के बारे में खुलकर चर्चा की है तो वहीं अक्षय कुमार ने भी अपने जीवन से जुड़ी बहुत सारी बातों को पीएम मोदी से शेयर किया।
|
फिटनेस ऑइकॉन हैं अक्षय, खोला 7, 12, 5 इनटू 40 का राज
जिसमें सबसे अहम बात थी स्वास्थ्य से जुड़ी, दरअसल अक्षय कुमार ने अपनी डाइट से जुड़़ा सीक्रेट शेयर किया, अक्षय कुमार ने कहा कि मैं अपनी जिंदगी में एक सिद्धांत को फॉलो करता हूं और वो सिद्धांत है 7,12,5 इनटू 40। जिसका मतलब यह है कि मैं 7 बेज ब्रेकफास्ट करता हूं, 12 बजे खाना खा लेता हूं और 5 बजे डिनर कर लेता हूं, इनटू 40 मतलब है कि जब भी कौर खाओ, उसे 40 बार चबाओ।
|
मोदी ने भी किया अक्षय कुमार का समर्थन
इस सीक्रेट के बाद अक्षय कुमार ने मुस्कुराते हुए पीएम मोदी से पूछा कि क्या आप भी मेरे इस फार्मूले से सहमत हैं तो पीएम मोदी ने भी कहा, हां मैं पूरी तरह से सहमत हूं और मैं आपसे यही कहना चाहता हूं कि आपने जो भी रास्ता चुना है ना वो बिल्कुल सही चुना है।
यह पढ़ें: आखिर क्यों अखिलेश के खिलाफ आजमगढ़ में शिवपाल ने नहीं उतारा अपना प्रत्याशी?
|
सरसों के तेल से जुकाम ठीक करता हूं: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने हेल्थ के राज खोले, उन्होंने कहा कि जुकाम होने पर सादा पानी की बजाय गर्म पानी पीते हैं, इस दौरान 24-48 घंटे तक पानी के अलावा कुछ नहीं खाते हैं, फास्टिंग करते हैं। सरसों के तेल को थोड़ा सा गर्म करके रात को नाक में 2-3 बूंद डालता हूं। थोड़ी जलन होती हैं लेकिन जुकाम दूर हो जाता है।
यह पढ़ें: ये हैं गौतम गंभीर की खूबसूरत पत्नी नताशा, जिनकी सलाना कमाई है इतनी
|
मुझे गुस्सा नहीं आता है: पीएम मोदी
इंटरव्यू के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मेरे लिए कभी कोई कहेगा की मुझे गुस्सा आता है ये एक बड़ी अचरज की बात होगी,नाराजगी और गुस्सा ये सब जीवन का हिस्सा है, मैं सख्त हूं, अनुशासित हूं लेकिन कभी किसी को नीचा दिखाने का काम नहीं करता, कभी मेरे मन में प्रधानमंत्री बनने का विचार नहीं आया और सामान्य लोगों के मन में ये विचार आता भी नहीं हैं, और मेरा जो फैमिली बैकग्राउंड हैं उसमें मुझे कोई छोटी नौकरी मिल जाती तो मेरी मां उसी में पूरे गांव को गुड़ खिला देती।
यहां पढ़ें: लोकसभा चुनाव की विशेष कवरेज