Video: सियाचिन में चीन-पाकिस्तान के करीब गूंजा 'गणपति बप्पा मोरया', सेना ने मनाई गणेश चतुर्थी
नई दिल्ली। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर चीन के साथ जारी टकराव के बीच ही सियाचिन बेस से आए एक वीडियो ने एक अलग ही जोश पैदा कर दिया है। पूरे देश में गणेश चतुर्थी की धूम है और देश के कई हिस्सों में लोगों ने नाच-गाकर गणपित का स्वागत किया। 20,000 फीट की ऊंचाई पर भी इस मौके पर पूरे जोश और उत्साह के साथ बप्पा का स्वागत किया है। इस स्वागत का वीडियो तेजी से वायरल और अब तक कई हजार लोग इसे देख चुके हैं।
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शहीद की मां ने शेयर किया वीडियो
सियाचिन दुनिया का पहला वॉर जोन है जो 20,000 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर है। यहां पर तैनात जवान कई मुश्किलों को झेलते हुए इसकी सुरक्षा में दिन-रात लगे रहते हैं। सियाचिन में गणेश चतुर्थी का वीडियो नगरोटा शहीद मेजर अक्षय गिरीज की मां मेघना गिरीश ने ट्वीट किया है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि मराठा रेजीमेंट के जवान मास्क पहने हुए नाचते-गाते पूरी उमंग और जोश के साथ बप्पा का स्वागत कर रहे हैं। पिछले वर्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऐलान किया था कि सियाचिन को पर्यटकों के लिए खोला जाएगा।
Loved this celebration of #GaneshChaturthi2020 by our Maratha warriors!
High Spirits in Kargil Heights...😍👌🙏
#GanpatiBappaMorya #JaiHindKiSena 🙏🇮🇳🇮🇳 pic.twitter.com/UN3N1iTlcX
— Meghna Girish (@megirish2001) August 23, 2020
चीन की नजरें हर पल सियाचिन पर
इसे खोलने का मकसद आम लोगों को उन कठिनाईयों का अनुभव कराना है जिससे जवान अक्सर गुजरते हैं। उनके ऐलान के बाद सियाचिन बेस कैंप से कुमार पोस्ट तक के हिस्से को अब पर्यटन के मकसद से खोला जा चुका है। साल 1999 में जब भारत और पाकिस्तान के बीच कारगिल में संघर्ष शुरू हुआ तो सियाचिन भी इसका हिस्सा था। सियाचिन, भारत के लिए कश्मीर से ज्यादा अहमियत रखता है। सन् 1984 में सियाचिन को पाकिस्तान के कब्जे से आजाद कराने के लिए सेना ने ऑपरेशन मेघदूत लॉन्च किया था। विशेषज्ञों का मानना है कि सियाचिन ने वर्ष 1984 के बाद से यहां पर कई घुसपैठ और कब्जे की कोशिशों को महसूस किया है। न सिर्फ पाकिस्तान बल्कि चीन की नजरें भी हर पल सियाचिन पर रहती हैं।