Video: '26/11 हमलों के बाद पाकिस्तान पर हमले के लिए रेडी थी वायुसेना, मगर सरकार ने नहीं दी थी मंजूरी'
नई दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) के पूर्व चीफ, चीफ एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा है कि 26 नवंबर 2008 को जब पाकिस्तान ने मुंबई में आतंकी हमला किया तो उसके बाद सेना दुश्मन पर हमले को तैयार थी। मगर तत्कालीन यूपीए सरकार ने इसके लिए मंजूरी नहीं दी और आईएएफ के पाक पर हमला करने के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। धनोआ ने यह बात एक कार्यक्रम से अलग मीडिया के साथ मुखातिब होते समय कही। आपको बता दें कि धनोआ सिंतबर माह में आईएएफ के प्रमुख के पद से रिटायर हुए हैं।
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हमलों में गई थी 168 लोगों की जान
धनोआ 31 दिसंबर 2016 से लेकर 30 सितंबर, 2019 तक आईएएफ के मुखिया रहे। उन्होंने कहा, 'हम जानते थे कि पाकिस्तान में आतंकी शिविर किस जगह पर हैं और हम तैयार थे। लेकिन स्ट्राइक को अंजाम देना या नहीं देना राजनीतिक निर्णय था।' न्यूज एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उन्होंने कहा कि दिसंबर 2001 में संसद पर हुए हमले के बाद भी आईएएफ ने एयर स्ट्राइक के जरिए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का प्रस्ताव दिया था और इसे भी मानने से इनकार कर दिया गया। पाकिस्तान अपने लोगों में भारत से खतरे का डर बनाए रखता है।' गौरतलब है कि 26/11 हमलों में करीब 168 लोगों की मौत हुई थी।
क्षेत्र में शांति के खिलाफ है पाकिस्तान
धनोआ ने कहा कि अगर इस क्षेत्र में शांति कायम हो जाती है तो फिर पाकिस्तान के कई विशेषाधिकार चले जाते। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, जानबूझकर कश्मीर के मुद्दे को हवा देता रहता है। आपको बता दें कि इस वर्ष 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेने के लिए आईएएफ ने 26 फरवरी पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक की थी। इस ऑपरेशन को धनोआ की देखरेख में ही अंजाम दिया गया था। पूर्व एयर चीफ मार्शल ने कहा कि इस स्ट्राइक ने पाकिस्तान को झटका दिया था और पाकिस्तानी वायुसेना को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी।