उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू को नहीं मिलेगी सैलेरी, आखिर क्यों?
उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू को कोई सैलरी नहीं मिलेगी।
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता एम वेंकैया नायडू आज देश के तेरहवें उपराष्ट्रपति बन गए हैं। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें उपराष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे। वैकेंया नायडू ने विपक्ष के उम्मीदवार और गांधीजी के पौत्र गोपालकृष्ण गांधी को हराकर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता है। आइए आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति के तौर पर वैकेंया नायडू को कौन-कौन सी सुविधाएं और कितनी सैलरी मिलेगी?
वैकेंया नायडू को नहीं मिलेगी सैलरी
आपको बता दें कि उपराष्ट्रपति वैकेंया नायडू को कोई सैलरी नहीं मिलेगी। जी हां उपराष्ट्रपति पद के लिए सैलरी का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन चूंकि उपराष्ट्रपति राज्यसभा के चेयरमैन भी होते हैं इसलिए उन्हें इस पद के लिए सैलरी के तौर पर 1 लाख 25 हजार रुपए प्रति माह दिया जाएगा।
उपराष्ट्रपति को मिलेगी ये सुविधाएं
वैकेंया नायडू को उप राष्ट्रपति के तौर पर भले ही सैलरी नहीं मिलेंगी, लेकिन उन्हें तमाम सुविधाएं दी जाएगी। उप-राष्ट्रपति को रहने के लिए एक फर्निश्ड घर दिया जाता है, जो 6, मौलाना आजाद रोड पर स्थित है। ये उप राष्ट्रपति का निवास स्थान है।
मेडिकल और ट्रैवल की सुविधा
उप राष्ट्रपति को उनके पूरे सेवाकाल में मुफ्त मेडिकल की सुविधा मिलती है। इतना ही नहीं उन्हें यात्रा के लिए ट्रैवल की सुविधा भी मिलती है, जिसके तहत वो मुफ्त हवाई यात्रा और रेल यात्रा कर सकते हैं। इसकी सुविधा उनकी पत्नी को भी मिलेगी। इसके अलावा उन्हें 3 टेलीफोन और इंटरनेट की सुविधा मिलती है।
राष्ट्रपति की गैर मौजूदगी मे बदल जाता है रोल
राष्ट्रपति की गैर-मौजूदगी में उपराष्ट्रपति को राष्ट्रपति के अधिकार मिल जाते हैं। अगर वो राष्ट्रपति का रोल निभा रहे हैं तो उन्हें राष्ट्रपति की सैलरी के साथ-साथ वो तमाम विशेषाधिकार मिलते हैं जो राष्ट्रपति के पास होते हैं।
रिटायरमेंट के बाद पेंशन
देश के उपराष्ट्रपति के सेवानिवृत के बाद सैलरी का 50 प्रतिशत पेंशन के तौर पर मिलता है। इसके अलावा रिटायरमेंट के बाद भी कई सेवाएं देश के उपराष्ट्रपति को मिलती हैं।