उपराष्ट्रपति वेकैंया नायडू ने उठाए सवाल, बोले- ज्यादातर एग्जिट पोल गलत साबित हुए हैं
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए वोटिंग खत्म होने के रविवार को आए एग्जिट पोल को लेकर राजनीतिक चर्चा गरम है। अधिकांश एग्जिट पोल में नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए की सरकार को बहुमत मिलता हुई दिखाई दे रहा है। तो दूसरी ओर से विपक्षी पार्टियां इसे केवल एक सर्वे करार दे रही हैं, उनका कहना है कि चुनाव परिणाम इसका उलटा होगा।
लेकिन अब बीजेपी के पूर्व नेता रहे और मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी एग्जिट पोल के नतीजों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल का मतलब एग्जेट पोल (सटीक परिणाम) नहीं होता है। हमने यह देखा है कि 1999 के बाद से अधिकांश एग्जिट पोल गलत हुए हैं। नायडू ने गुंटूर में एक बैठक के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हर पार्टी जीत के लिए सोचती है, हर उम्मीदवार 23 मई तक अपनी जीत को लेकर कॉन्फिडेंट रहता है। इसके अलावा नायडू ने और कई महत्वपूर्ण बाते कही हैं।
इसके अलावा नायडू ने कहा कि देश को एक लायक नेता और मजबूत सरकार की जरूरत है, फिर चाहे वो कोई भी हो। यही देश की असली जरूरत है। नायडू ने कहा कि समाज में बदलाव राजनीतिक दलों से ही शुरू होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर देश को मजबूत बनाना है और कुछ बदलाव करना है तो लोगों, उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों को अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभानी जरूरी है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि फिलहाल जो राजनीति हो रही है उसमें नम्रता खत्म होती जा रही है। नेताओं के भाषण में काफी ज्यादा नफरत नजर आ रही है। लग रहा है जैसे नेता व्यक्तिगत दुश्मनी पाल रखी है। लेकिन एक नेता दूसरे नेता का दुश्मन नहीं होता है वो सिर्फ एक दूसरे के प्रतिद्वंती होते हैं इसी मूल बात को वो भूल जाते हैं।
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