भागवत को मंदिर ट्र्स्ट का चेयरमैन नहीं बनना चाहिए: VHP
नई दिल्ली। अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट का गठन किया जाए जोकि इसके निर्माण कार्य को देखेगी। ऐसे में तमाम कयास लगाए जा रहे हैं कि इस ट्रस्ट का मुखिया किसे बनाया जाएगा। इस ट्रस्ट के मुखिया की रेस में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का नाम सबसे आगे चल रहा था और उन्हें ट्रस्ट का मुखिया बनाए जाने की मांग की जा रही थी। लेकिन भागवत के नाम पर विश्व हिंदू परिषद ने बड़ा बयान दिया है।
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय जोकि आरएसएस प्रचारक भी हैं उन्होंने इस तरह की चर्चा को सिरे से खारिज कर दिया है। चंपत राय ने संघ प्रमुख को ट्रस्ट का मुखिया बनाए जाने के सवाल पर कहा कि यह सब बकवास है और संघ प्रमुख को ट्रस्ट का मुखिया नहीं बनना चाहिए। हालांकि उन्होंने इसकी कोई वजह नहीं बताई कि आखिर क्यों संघ प्रमुख को ट्रस्ट का मुखिया ना बनाया जाए। वरिष्ठ विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी ने बताया कि आरएसएस के शीर्ष अधिकारी राम मंदिर ट्रस्ट का हिस्सा बनने के इच्छुक नहीं हैं। इस तरह की कोई परंपरा नहीं है। यहां तक कि अगर कोई इस तरह का प्रस्ताव संघ प्रमुख के सामने रखता है तो वह इससे इनकार कर देंगे।
बता दें कि महंत परमहंस महाराज ने हाल ही में मांग की थी कि मोहन भागवत को मंदिर ट्रस्ट का चेयरमैन बनाया जाए। यही नहीं परमहंस महाराज ने कहा था कि वह इसके लिए भूख हड़ताल पर बैठ सकते हैं। विश्व हिंदू परिषद के अधिकारी ने बताया कि आरएसएस प्रचारक और वरिष्ठ पदाधिकारी समाज के काम को आगे बढ़ाने में विश्वास करते हैं, वह पद ग्रहण करने में विश्वास नहीं करते हैं।
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