प्रेस कॉन्फ्रेंस में भावुक हुए प्रवीण तोगड़िया, कहा- मेरे एनकाउंटर की साजिश रची जा रही है
नागपुर। सोमवार को गायब हुए विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने होश में आने बाद प्रेस से बात करते कहा कि राजस्थान पुलिस ने उनके एनकाउंटर की साजिश रची थी, इसलिए वह वीएचपी दफ्तर से गायब हो गए थे। उन्होंने कहा कि, कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा, मैं हिंदू एकता के लिए प्रयास करता रहा हूं। कुछ समय से मुझे डराया जा रहा है। आपको बता दें कि तोगड़िया सोमवार सुबह से गायब बताए जा रहे थे, वो शाम को बेहोशी की हालत में एक पार्क में मिले थे।
अपनी बात कहते हुए रो पड़े तोगड़िया
प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि मैं हिंदुओं के लिए काम करता रहा हूं। राम मंदिर, स्वास्थ्य, शिक्षा की आवाज मैं उठाता रहा हूं। इसे लेकर मैंने केंद्र सरकार को पत्र लिखा। मेरे विरुद्ध केस दर्ज किए गए हैं जिनकी जानकारी भी मेरे पास नहीं हैं। 20-20 साल पुराने केस निकलवाकर एक जेल से दूसरी जेल भेजने का क्रम गुजरात शुरू हुआ था। अपनी बात कहते हुए तोगड़िया कई बार भावुक हो गए।
आपका एनकाउंटर करने के लिए लोग निकले
मैं परसों मुंबई के कार्यक्रम में था। रात में मैं लौटा और पुलिस को कहा कि 2.30 बजे आओ। सुबह मैं पूजा पाठ कर रहा था तभी एक व्यक्ति मेरे कमरे में आया और बोला कि आप तुरंत कार्यालय छोड़ दो आपका एनकाउंटर करने के लिए लोग निकले हैं। मुझे लगा कि कुछ दुर्घटना हुई तो मुझे जो होगा सो होगा लेकिन पूरे देश में बुरी परिस्थिति खड़ी होगी। मैं बाहर निकला और पुलिस को कहा कि मैं भाग नहीं रहा हूं। मैंने ऑटो रिक्शा लिया और रास्ते में राजस्थान के गृह मंत्री से संपर्क किया।
आईबी के जरिए मुझे डराया जा रहा है
तोगड़िया ने कहा कि आईबी के जरिए मुझे डराया जा रहा है। तोगड़िया ने अप्रत्यक्ष रुप से केंद्र सरकार पर आरोप लगाए कि उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है। आपको बता दें कि आईबी एक केंद्रीय एजेंसी है। राजस्थान के गृह मंत्री ने बताया कि ऐसा कोई कदम सरकार की ओर से नहीं उठाया गया है। इसकी जानकारी वहां की सीएम और होम मिनिस्टर को भी नहीं थी।
रास्ते में मेरी तबियत खराब हो गई
इसके बाद मैंने अपने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिए ताकि मेरी स्थिति का पता न चले। इसी बीच मैंने अपने वकील से संपर्क किया। इसके बाद मेरी तबियत खराब होने लगी। इसके बाद मुझे नहीं पता क्या हुआ। मुझे यह भी नहीं पता कि मैं इस वक्त किस अस्पताल में हूं।
राम मंदिर के लिए अकेला लड़ना पड़े तो लड़ता रहूंगा
मेरी जानकारी में मेरे खिलाफ राजस्थान में कोई केस नहीं था। पता चला कि वे मुझे अरेस्ट करने आए। मुझे कहा गया कि आप कोर्ट के सामने आ जाइये। अगर मैं राजस्थान पुलिस की पकड़ में आता तो मेरे खिलाफ लंबे समय से षड्यंत्र किया जा रहा। मैंने कोई अनैतिक काम नहीं किया है। मैं कानून का पालन करूंगा। मेरा जीवन रहे या न रहे, मैं राम मंदिर, गोरक्षा के लिए अकेला लड़ना पड़े तो लड़ता रहूंगा। मेरी संपत्ति के नाम पर किताबों और भगवान के आसन के अलावा कुछ नहीं है। मैं मीडिया और पुलिस के साथ कमरे में जाउंगा।