विहिप की बैठक में राम मंदिर निर्माण को लेकर प्रस्ताव पास, प्रधानमंत्री को देंगे ज्ञापन
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद की एक उच्चस्तरीय कमेटी की शुक्रवार को हुई बैठक में अयोध्या में राम मंदिर बनाने को लेकर प्रस्ताव पास किया गया। संतों की इस बैठक में सभी ने कहा कि अयोध्या में मंदिर बनने में अब देर नहीं होनी चाहिए। बैठक में केंद्र सरकार से मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से इतर मंदिर निर्माण के लिए संसद में कानून पास किया जाए।
देशभर में राज्यपालों से मिलेगी विहिप
बैठक में तय हुआ है कि राम मंदिर निर्माण की मांग को लेकर विश्व हिंदू परिषद के लोग देशभर में राज्यपालों से मिलेंगे और ज्ञापन देकर मंदिर बनाने का काम का आग्रह करेंगे। वहीं एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मिलकर भी मंदिर निर्माण की मांग करेगा।
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कोर्ट के फैसले का नहीं कर सकते इंतजार
विश्व हिन्दू परिषद की ओर से बुलाई संतों की बैठक में साफतौर पर कहा गया कि कोर्ट का फैसला कब आएगा इसको लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है। ऐसे मे अनिश्चित काल के लिए कोर्ट के फैसले का इंतजार ना कर विहिप इसके लिए संघर्ष करेगा। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में 29 अक्टूबर से अयोध्या मामले पर अहम सुनवाई शुरू होनेवाली है।
छह दिसंबर से कार सेवा: वेदांती
राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य रामविलास वेदांती का कहना है कि अब मंदिर के लिए और इंतजार नहीं किया जा सकता है, इसलिए सरकार को चाहिए कि कोर्ट के फैसले का इंतजार किए बगैर संसद से कानून बनाए। वेदांती ने कहा है कि राम मंदिर निर्माण के आंदोलन को गति देने के लिए छह दिसंबर के बाद कार सेवा शुरू हो जाएगी।