उपराष्ट्रपति बोले-, भारत में पुराने जमाने में होती थी प्लास्टिक सर्जरी और मोतियाबिंद का ऑपरेशन
कोच्चि। केरल के आदि शंकरा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में एक पुरस्कार वितरण समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि प्रचीन भारत में कई ऐसे चिकित्सक थे जो प्लास्टिक सर्जरी और मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने में सक्षम थे। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास ऐसे लोगों से भरा पड़ा है जिन्होंने मानव ज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। नायडू ने कहा कि प्राचीन भारत में डॉक्टरों के अलावा कई वैज्ञानिक, गणितज्ञ, भौतिक शास्त्री, रसायन शास्त्री, धातुशोधक, अंतरिक्षयात्री और कई आविष्कारकों के पास महत्वपूर्ण मानव ज्ञान था।
भारत ने दुनिया को शून्य और बाइनरी सिस्टम की संकल्पना दी
नायडू कलेडी में युवा वैज्ञानिकों को सम्मानित करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। 'हम आर्यभट्ट , पिंगला, ब्रह्मगुप्त, भास्कर, वराहमिहिर, चरक और सुश्रृत जैसे प्रमुख नामों को याद कर सकते हैं। भारत ने दुनिया को शून्य और बाइनरी सिस्टम की संकल्पना दी।'उपराष्ट्रपति ने कहा , 'हमें इस्पात मिश्र धातु और द्रवीभूत जस्ता बनाना आता था। हमारे प्राचीन सर्जन प्लास्टिक सर्जरी और मोतियाबिंद के ऑपरेशन सहित जटिल ऑपरेशन कर सकते थे।'
हमें भारतीय परंपरा में सर्वश्रेष्ठ चीजों से प्रेरणा लेनी चाहिए
उपाध्यक्ष ने कहा कि हमें भारतीय परंपरा में सर्वश्रेष्ठ चीजों से प्रेरणा लेनी चाहिए, वर्षों में जमा 'डेडवुड' को हटा दें और राष्ट्र को पुनर्जीवित करें। उपराष्ट्रपति ने कहा कि, सकल राष्ट्रीय आय के साथ-साथ हमें इस बात पर ध्यान देने चाहिए कि कैसे विज्ञान और प्रोद्योगिकी जीवन में खुशहाली और जीने की गुणवत्ता बढ़ाए।
पीएम मोदी ने कहा था , विश्व को प्लास्टिक सर्जरी का कौशल भारत की देन
नायडू ने कहा कि, पूछताछ की भावना , प्रश्न और शोध करने और सत्य तक पहुंचने की क्षमता के कारण हमारे देश में मानव ज्ञान का विकास हुआ। कलाडी के आदि शंकरा इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में आदि शंकरा एशियानेट न्यूज यंग साइंटिस्ट अवार्ड 2018 प्रदान किए। बता दे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि गणेश जी की प्लास्टिक सर्जरी हुई थी। उन्होंने कहा था कि विश्व को प्लास्टिक सर्जरी का कौशल भारत की देन है। दुनिया में सबसे पहले गणेश जी की प्लास्टिक सर्जरी हुई थी।