बिहार में पकड़ी गई EVM से लदी गाड़ी, तेजस्वी ने चुनाव आयोग से मांगा जवाब
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव परिणाम से पहले ईवीएम को लेकर फिर से नया विवाद उठ खड़ा हुआ है। सारण में एक गाड़ी में ईवीएम पकड़ने जाने के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है। विपक्षी दलों के नेता ईवीएम स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए छेड़छाड़ की कोशिश का दावा कर रहे हैं। बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि, अचानक ले ईवीएम के इधर-उधऱ ले जाने के वीडियो सामने आए हैं। ऐसा कौन और क्यों कर रहा है। चुनाव आय़ोग इस पर जवाब दे।
तेजस्वी यादव ने इस पूरे मामले पर मंगलवार को प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि, ईवीएम के अचानक से इधर-उधर ले जाने के वीडियो सामने आ रहे हैं। कौन इन ईवीएम को और क्यों लेकर जा रहा है? इस एक्सरसाइज का क्या उद्देश्य है? किसी भी भ्रम और गलत धारणा से बचने के लिए, चुनाव आयोग को जल्द से जल्द इस पर बायन जारी कर स्थिति साफ करे। सभी विपक्षी पार्टियों ने एग्जिट पोल के दावों को खारिज करते हुए स्ट्रॉन्ग रूम में रखे ईवीएम मशीन पर निगरानी रखने के लिए अपने कार्यकर्ताओं से अपील की है।
Visuals and claims of sudden movement of EVMs observed across the north India! Why is it so? Who is transporting these EVMs & Why? What is purpose and objective of this exercise? In order to avoid any confusion & misconception, Election Commission must issue a statement ASAP.
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 20, 2019
वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी पार्टी के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करके इस मामले से संबंधित कुछ डिटेल्स और तस्वीरें साझा की हैं। उधर बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए लिखा कि, देशभर के स्ट्रोंग रूम्स के आसपास ईवीएम की बरामदगी हो रही है। ट्रकों और निजी वाहनों में ईवीएम पकड़ी जा रही है। ये कहाँ से आ रही है,कहाँ जा रही है? कब,क्यों,कौन और किसलिए इन्हें ले जा रहा है? क्या यह पूर्व निर्धारित प्रक्रिया का हिस्सा है?चुनाव आयोग को अतिशीघ्र स्पष्ट करना चाहिए।
हालांकि इस मामले पर चुनाव आयोग ने सफाई दी है कि, ईवीएम के साथ छेड़छाड़ जैसी सभी खबरें गलत हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन की ओर से कहा गया है कि, जो ईवीएम को राजद के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा है वह दरअसल चुनावकर्मियों की ट्रेनिंग के लिए ले जायीं गई थीं। मतगणना के लिए जिन कर्मचारियों के लगाया गया है ये उनकी ट्रेनिंग के लाई गई थीं। ये ट्रेनिंग सोमवार और बुधवार को होनी है। सोमवार को जब इन ईवीएम को लाया जा रहा था तो लोगों को संदेह हुआ कि, इन्हें स्ट्रॉंग रूम में ले जाया जा रहा है। इसके बाद जब प्रशासन ने धरना दे रहे लोगों को पूरी स्थिति के बारे में बताया तो कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया।
विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग को सौंपा ज्ञापन, वीवीपैट में गड़बड़ी होने पर 100 फीसदी मिलान की मांग