वरुण गांधी बोले- समीत ठक्कर के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई लोकतंत्र के लिए खतरनाक है
वरुण गांधी बोले- समीत ठक्कर के खिलाफ महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई लोकतंत्र के लिए खतरनाक है
नई दिल्ली। महाराष्ट्र (Maharashtra) मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और बेटे आदित्य ठाकरे (Aaditya Thackeray) के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार समीत ठक्कर (Sameet Thakkar) को पुलिस ने जिस तरह से अदालत में पेश किया उसकी आलोचना जमकर हो रही है। महाराष्ट्र सरकार के इस कदम के बाद लोग ये आरोप लगा रहे हैं कि राज्य सरकार लोगों में खौफ पैदा करना चाहती है, ताकि दोबारा महाराष्ट्र सीएम और उनके बेटे के खिलाफ कोई भी बोलने या कुछ भी लिखने की हिम्मत न कर सके। वहीं अब पीलीभीत सांसद और भारतीय जनता पार्टी के नेता वरुण गांधी ने समीत ठक्क्र के सपोर्ट में आ चुके हैं। उन्होंने महाराष्ट्र सरकार पर आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया यूजर समीत ठक्कर के खिलाफ जो कार्रवाई की वो अवैध और लोकतंत्र के लिए खिलाफ और खरतनाक है।
गौरतलब है कि समीत ठक्कर नामक शख्स को पिछले सप्ताह महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे और उनके बेटे और मंत्री आदित्य ठाकरे के खिलाफ ट्विटर पर आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने के आरोप में महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। समीत ठक्कर को नागपुर की एक कोर्ट ने 2 नवंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सोशल मीडिया यूजर समीत ठक्कर के 62,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं समीत ठक्कर को अदालत ले जाते समय काले कपड़े पहनाए गए और चेहरा ढक दिया था और दोनों हााथ को बांधा गया था। समीत के परिवार ने भी सवाल उठाया है कि समीत के साथ आतंकियों जैसा क्यों व्यवहार किया जा रहा है? कई पार्टी नेताओं ने भी ठक्क्क के साथ किए गए सलूक की कड़ी निंदा की है।
महाराष्ट्र सरकार का ये व्यवहार अमानवीय, गैरकानूनी और अनैतिक'
सांसद वरुण गांधी ने तीखी आलोचना करते हुए कहा समीत ठक्कर के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया उसे उन्होंने 'अमानवीय, गैरकानूनी और अनैतिक' कहा। वरुण गांधी ने साथ ही कहा महाराष्ट्र सरकार का ये कृत्य अधिनायकवाद और फासीवाद की पुनरावृत्ति है। गांधी ने आगे कहा प्रदेश सरकार की इस तरह की कार्रवाई राष्ट्र को कमजोर करती है और लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। समीत ठक्कर के समर्थन में उतरे गांधी ने कहा लोकतंत्र में बातचीत को मजबूत करने के लिए राजनीतिक विरोध हो सकता है और होना चाहिए। हमारे पास अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अधिकार है और एक व्यक्ति के साथ जानवरों जैसा व्यवहार करना राष्ट्र को कमजोर करता है।'
लोकतंत्र
के
लिए
ये
खतरनाक
मिसाल
है
गांधी
ने
इससे
पहले
शुक्रवार
को
ट्वीट
किया
जिसमें
लिखा
@thakkar_sameet
एक
आतंकवादी
है,
क्या
वह
एक
जानवर
है,
क्या
वह
राष्ट्र
के
लिए
खतरा
है
कि
उसके
साथ
इस
तरह
से
व्यवहार
किया
जा
रहा
है?
यह
मानवता
के
हर
सिद्धांत
के
खिलाफ
जाता
है।
राजनीतिक
विचारों
के
बावजूद,
यह
पूरी
तरह
से
गैरकानूनी
और
अनैतिक
है।
हम
में
से
सभी
को
इसके
खिलाफ
आवाज
उठानी
चाहिए।
गांधी
ने
कहा
आवाज
का
विरोध
करने
के
लिए
चुप्पी
साधने
के
लिए
सत्ता
का
इस्तेमाल
करना
एक
लोकतंत्र
में
और
इसके
लिए
खतरनाक
मिसाल
है।
वरुण
गांधी
ने
तर्क
दिया
कि
अगर
आप
पर
कोई
गलत
आरोप
लगाता
है
तो
न्यायालय
की
शरण
में
जा
सकते
हैं,
सच
बोल
सकते
हैं,
अपनी
राय
पेश
कर
सकते
हैं,
लेकिन
अगर
आप
शक्ति,
उसके
यंत्रों
का
क्रूरता,
विरोध
को
कुचलने
और
एक
आवाज
को
चुप
कराने
के
लिए
उपयोग
करना
शुरू
करते
हैं,
तो
आप
बहुत
अंधेर
नगरी
में
जा
रहे
हैं
यह
खतरनाक
मिसाल
है।
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