वाराणसी: घास खा रहे बच्चों को प्रशासन ने भेजी मदद, भेजा अतरिक्त राशन
नई दिल्ली। वाराणसी जिले के बड़ागांव क्षेत्र में कोइरीपुर गांव में मुसहर समुदाय के छह बच्चों के परिवारों की मदद के लिए स्थानीय प्रशासन बुधवार को पहुंचा। एसडीएम पिंडरा के निर्देश पर गुरुवार की शाम बड़ागांव थानाध्यक्ष और ग्राम प्रधान ने वनवासी परिवार को 10-10 किलो चावल और 2-2 किलो दाल सहित अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध कराया। इस दौरान ग्राम प्रधान ने जिम्मा लिया कि लगभग 17 से 40 सदस्यों वाले वनवासी बस्ती में राशन की कमी नहीं होने दी जाएगी।
भेजा गया अतरिक्त राशन
जिला मजिस्ट्रेट कौशल राज शर्मा ने कहा कि, इस गाँव के बच्चे अँखरी दाल और चने की दाल पौधे से खाते हैं। ये बच्चे भी वही खा रहे थे ... यह परिवार राशन-कार्ड धारक है और इस महीने के लिए उन्हें राशन मिला है। उन्हें आज अतिरिक्त राशन भी दिया गया। बड़ागांव स्टेशन अधिकारी संजय सिंह ने कहा कि एक स्थानीय समाचार पत्र के रिपोर्टर ने उन्हें बुधवार की घटना के बारे में बताया था।
प्रशासन ने भेजी टीम
अधिकारी ने बताया कि, मीडियाकर्मियों मुझे बताया कि कॉलोनी में मुसहरों के लिए भोजन की कमी थी। मैंने तुरंत एसडीएम को फोन किया, और उन्होंने तहसील अधिकारियों को परिवारों की मदद करने का निर्देश दिया। बच्चों के परिवारों को पंचायत से ही बुधवार को 10 किलो चावल, खाना पकाने का तेल, आलू और कुछ अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान की गईं। उन्हें आज भी कुछ और मदद दी गई है।
अधिकारियों ने किया गांव का दौरा
अधिकारी ने कहा कि उनके अधिकारियों ने बुधवार को शाम 4 बजे के आसपास गांव का दौरा किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आवश्यक सामान परिवारों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुछ बच्चों के माता-पिता दिहाड़ी मजदूर हैं, जबकि अन्य सड़कों पर भीख मांगते हैं। वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक अन्य वीडियो में, एक पुलिस टीम लोगों से कह रही है कि, कोई समस्या है को अपने ग्राम प्रधान से संपर्क करे। अगर वह नहीं सुनते हैं तो मेरे पास आएँ।
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