वंदे भारत मिशनः काफी महंगा है विदेश से घर वापसी का खर्च, टिकट से लेकर क्वॉरेंटाइन तक चुकाने होंगे इतने?
मुंबई। विदेशों में फंसे हजारों भारतीयों की घर वापसी के दूसरे चरण में वंदे भारत मिशन के तहत भारत सरकार की एयर इंडिया प्रत्यावर्तन की उड़ानें तैयार है, लेकिन विदेशों में फंसे भारतीयों की घर वापसी और फिर होटल में मंहगे क्वारेंटाइन का खर्च उनकी कमर तोड़ने के लिए काफी हैं, जो कि करीब एक लाख अनुमानित हैं।
इनमें अमेरिका अथवा यूरोप से भारत लौटने का एयर टिकट करीब 50, 000 रुपए हैं और वहां से लौटने के बाद होटल में 14 दिनों तक क्वारेंटाइन का खर्च 50, 000 शामिल हैं।
'वंदे भारत मिशन' के तहत 5 दिनों में 31 विमानों से 6,037 भारतीय वापस लौटे
गौरतलब है कोरोनावायरस प्रकोप के चलते अमेरिका और ब्रिटेन में हजारों छात्र, जो लॉकडाउन के कारण अपनी अंशकालिक नौकरियां पहले ही गंवा दी हैं, उनके लिए घर वापसी के लिए एयर टिकट और क्वॉरेंटाइन का भुगतान नहीं कर सकते हैं, जिन्हें वापस आने पर 14-दिनों तक मंहगे होटल में रहने की जरूरत है।
यूके में भारतीय छात्रों के लिए एक छाता संगठन एनआईएसएयू के अध्यक्ष सनम अरोड़ा ने कहा है कि अकेले ब्रिटेन में 6,000-8,000 भारतीय छात्रों में से कईयों के लिए यात्रा और क्वॉरेंटाइन की बड़ी लागत ने फिलहाल उनकी घर वापसी को मुश्किल बना दिया है, जिनमें से कई लोगों ने अपनी अंशकालिक नौकरियां लॉकडाउन के कारण गवां दी हैं।
19 मई से शुरू हो सकता है विमानों का संचालन, सिर्फ इन शहरों के लिए रहेंगी उड़ानें
एयर इंडिया द्वारा देशभक्ति के नाम से ओतप्रोत वंदे भारत मिशन से हजारों फंसे हुए भारतीयों को उम्मीद थी कि उक्त राष्ट्रीय वाहक अतीत में बड़े पैमाने पर निकासी अभियानों की तरह उनकी भी मुफ्त घर वापसी करवाएंगे, जैसे उन्होंने पूर्व में लाखों भारतीयों की युद्धरत क्षेत्रों से उनकी घर वापसी को अंजाम दिया था।
चीन में 15 नए Covid19 मामलों की सूचना, वुहान शहर की पूरी आबादी की परीक्षण योजना
हालांकि उनकी यह उम्मीद तब चकनाचूर हो गई जब उन्होंने भारतीय दूतावासों पर हस्ताक्षर के समय पता चला कि उन्हें घर वापसी के लिए एयर टिकट और अनिवार्य 14-दिवसीय होटल क्वॉरेंटाइन के लिए 1 लाख रुपए का भुगतान करना होगा।
यह भी पढ़ें-16 मई से शुरू होगा वंदे भारत मिशन का दूसरा चरण, 31 देशों में फंसे भारतीयों को लाया जाएगा वापस
मार्च में सरकार ने विदेश में फंसे भारतीयों की घर वापसी की अनुमति दी थी
दरअसल, गत मार्च महीने में सरकार ने विदेश में फंसे भारतीय की घर वापसी और होम क्वॉरेंटाइन की अनुमति दी थी, लेकिन वह योजना विफल हो गई थी। अब वर्तमान लॉट के लिए अनिवार्य 14 दिवसीय क्वॉरेंटाइन की निर्भरता होटल पर है, जहां निवास करने और तीन टाइम भोजन के लिए प्रति दिन 4,000-7,000 रुपये का खर्च आता है, जो उनकी घर वापसी की लागत को 50,000 रुपए या उससे अधिक बढ़ाता है।
एयर इंडिया की फ्लाइट पर लंदन से उड़ान के लिए किराया 55,000 रुपए है
वहीं, एयर इंडिया की प्रत्यावर्तन फ्लाइट पर लंदन से उड़ान के लिए एकतरफा इकोनॉमी क्लास का किराया लगभग 55,000 रुपए है, जिससे घर वापसी के इच्छुक भारतीयों की कुल लागत को करीब 1 लाख या उससे अधिक पहुंचा दिया है। यह इसलिए, क्योंकि सैन फ्रांसिस्को से घर वापसी के लिए उड़ान की एकतरफा किराया 1 लाख रुपये से अधिक और दुबई से घर वापसी का किराया करीब 35,000 रुपए है।
इसलिए प्रत्यावर्तन उड़ानों में टिकट की कीमतें थोड़ी अधिक हैं
सिंगापुर एयरलाइंस में दिल्ली-सिडनी के प्रत्यावर्तन उड़ान के लिए टिकटिंग संभालने वाले सिडनी स्थित प्राइसबीट ट्रेवल के अमित शर्मा ने बताया कि प्रत्यावर्तन उड़ानों में टिकट की कीमतें थोड़ी अधिक हैं, क्योंकि लौटते वक्त ऐसी फ्लाइटों को एक तरह से खाला उड़ान भरना पड़ता हैं, इसलिए यात्रियों को राउंड ट्रिप भुगतान करना पड़ रहा है। यानी केवल एकल क्षेत्र का उपयोग किया जाता है जबकि अन्य क्षेत्र खाली रहते हैं।
प्रत्यावर्तन उड़ानों में टिकटों को एक ही कीमत पर पेश किया जाता है
इसके अलावा टिकटों को प्रत्यावर्तन उड़ानों में एक ही कीमत पर पेश किया जाता है जबकि सामान्य उड़ान में एयरलाइन सभी इकोनॉमी क्लास की सीटों को अलग-अलग स्तरों पर बांटती है और साथ ही एक ही टिकट को कम कीमत पर भी देती है, लेकिन यह उन यात्रियों के लिए बहुत कम है जो पहले से ही वापसी टिकट के लिए भुगतान कर चुके हैं।
जनवरी में अबू धाबी के लिए उड़ान भरने वाले पीवी समर्थ अब वहां फंसे है
तीन महीने की यात्रा वीजा पर जनवरी में अबू धाबी के लिए उड़ान भरने वाले समर्थ पीवी ने बताया कि उन्होंने बेंगलुरू वापसी के लिए 7 अप्रैल के टिकट के लिए इंडिगो को भुगतान किया था, लेकिन लॉकडाउन के कारण उड़ान रद्द कर दी गई। मेरे पास दूसरी फ्लाइट और क्वॉरेंटाइन शुल्क के भुगतान के लिए पैसे नहीं हैं।
आबूधावी में फंसे भारतीय ने भारत सरकार से जल्द घर वापसी की गुहार की
बकौल पीवी समर्थ, मैं अबूधावी में एक साझा स्थान पर रहता हूं और उसे वहां महीने का किराया चुकाना है, मैं यहां एक दिन में केवल एक बार भोजन कर सकता हूं। मुझे आश्यर्य हुआ जब मैं भारतीय दूतावास गया तो वह बंद था और दूतावास के बाहर तैनात एक सुरक्षाकर्मी फंसे हुए भारतीयों के सवालों का जवाब दे रहा था। यह आशा करते हुए कि भारत सरकार उन भारतीयों को वापस ले जाएगी जिनकी उड़ानें लॉकडाउन के कारण रद्द कर दी गई थीं, मैंने 12 अप्रैल को ट्वीट किया, "भारत सरकार से मेरा अनुरोध है कि वह अपने नागरिकों को जल्द से जल्द यूएई से वापस ले लाए, क्योंकि हर एक दिन यहां उनका जीना मुश्किल है "
बेटी को देखने के लंदन गई 60 वर्षीय महिला लॉकडाउन के कारण फंसी
नेरुल स्थित डेनिस डिसूजा की 60 वर्षीय पत्नी अपनी बेटी को देखने के लिए लंदन गई थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण वह लंदन में फंस गईं, क्योंकि गत 29 मार्च को बुक उनकी लंदन से मुंबई की एयर इंडिया की फ्लाइट रद्द हो गई थी। डिसूजा की पत्नी लंदन में दो महीने के वीजा विस्तार में कामयाब रही थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने पिछले साल वापसी की उड़ान के लिए बुक टिकिट के लिए 52,000 रुपए का भुगतान किया था। लेकिन तब प्रत्यावर्तन उड़ान के लिए एयर इंडिया को 27,000 रुपये अतिरिक्त देने पड़े थे।