दिग्विजय की हार पर जिंदा समाधि लेने का किया था ऐलान, अखाड़े ने किया निष्कासित
नई दिल्ली। भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के समर्थन में मिर्ची यज्ञ करने वाले महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरि महाराज को बड़ा झटका लगा है। मिर्ची बाबा को दिग्विजय सिंह की हार के बाद जिंदा समाधि लेने वाले बयान पर निरंजनी अखाड़ा ने निष्कासित कर दिया है। निरंजनी अखाड़ा के मुख्य पंच रविंद्र पुरी महाराज ने वैराग्यानंद के बयान को बेहद आपत्तिजनक माना था।
दिग्विजय सिंह की जीत के लिए 5 क्विंटल मिर्ची से यज्ञ किया था
रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि महामंडलेश्वर वैराग्यानंद गिरि का बयान अखाड़े की मर्यादा के खिलाफ है, इसलिए उनको निष्कासित करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि अब वैराग्यानंद गिरि महाराज का इस अखाड़े से कोई संबंध नहीं है। बता दें कि महामंडलेश्वर ने दिग्विजय सिंह की जीत के लिए भोपाल में 5 क्विंटल मिर्ची से यज्ञ किया था।
दिग्विजय के समर्थन में आए थे महामंडलेश्वर
भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए महामंडलेश्वर श्री वैराग्यनंद गिरि महाराज वैराग्यनंद ने कहा था, 'कुछ लोग धर्म के ऊपर राजनीति करना चाहते हैं, सनातन धर्म को बांटने का प्रयास किया जा रहा है। मैं कहना चाहूंगा कि हिंदुत्व के ऊपर और सनातन धर्म के नाम पर राजनीति नहीं होगी।' उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के साथ भारत के तमाम संत हैं।
'दिग्विजय की हार पर जिंदा समाधि ले लूंगा'
उन्होंने प्रण लिया था, 'अगर किसी कारणवश दिग्विजय सिंह भोपाल से चुनाव नहीं जीत सके तो मैं महामंडलेश्वर वहीं, उसी स्थान पर जिंदा समाधि ले लूंगा।' बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को बीजेपी ने भोपाल से दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा था। लोकसभा चुनाव में साध्वी प्रज्ञा ने दिग्विजय सिंह को 3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया। इस सीट पर परिणाम को लेकर पूरे देश की नजरें टिकीं थी। वहीं, इस सीट पर चुनाव हारने के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा कि गांधी की हत्या करने वालों की विचारधारा की जीत हुई और गांधी की विचारधारा की हार हुई।