वैदिक-सईद का हंगामा पाकिस्तान में भी बना सुर्खियां लेकिन....
लेकिन इस मुद्दे पर पाकिस्तानी मीडिया ने भारत की भूमिका पर सवाल खड़े किये हैं। पाकिस्तान के डेली टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है, "वैदिक का सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ करीबी रिश्ता रहने के कारण भारत में हलचल मची हुई है।"
अश्लील
पूनम
पांडे
को
माफ
किया
जा
सकता
है
देशद्रोही
'वैदिक'
को
नहीं
अखबार ने कहा है, "विपक्षी पार्टियां भाजपा को इस सवाल पर घेरे हुई है कि आखिर कैसे एक भारतीय पत्रकार उस आदमी से मुलाकात कर सकता है जिसे 2008 में हुए मुंबई हमलों का जिम्मेवार माना जाता है। इसलिए हाफिज सईद ने भारत में मुलाकात पर हो रही प्रतिक्रिया पर हैरत जताई है। उनके मुताबिक, इससे धर्मनिरपेक्षता रूपी नकाब के पीछे छिपे भारत का असली चेहरा उजागर हुआ है।"
वैदिक जी..ममता-मंदाकिनी-जावेद ने भी चुकाई है भारी कीमत इसलिए....
मालूम हो कि जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद के साथ लाहौर में 2 जुलाई को वैदिक की मुलाकात हुई थी।वैदिक ने कहा है कि पीस एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट के बुलावे पर पत्रकारों और नेताओं के दल में वे भी शामिल थे।
हालांकि भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि इस मुलाकात से सरकार का कोई लेनादेना नहीं है। जबकिकांग्रेस ने कहा है कि सरकार को इस मुलाकात का ब्योरा देना चाहिए क्योंकि यह मुद्दा राष्ट्रीय हितों से जुड़ा है।
बुधवार को तो भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने भी इस मुलाकात की वजह से पत्रकार वैदिक को राष्ट्रद्रोही ठहरा दिया और सरकार से इस मामले में कार्रवाई करने की बात कही है।