चमोली में ग्लेशियर टूटने पर निर्मला सीतारमण ने कही बड़ी बात
नई दिल्ली। Uttrakhand Glcier disaster: उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने से बड़ी तबाही सामने आई है। हादसे में 100-150 लोगों के लापता होने की खबर है। ग्लेशियर टूटने के बाद इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और यहं गंगा तपोवन हाइड्रो प्रोजेक्ट का बांध भू टूट गया है। इस हादसे पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यह बहुत ही चौंकाने वाली घटना है, यह प्राकृतिक आपदा है। गृहमंत्री ने इस बात का भरोसा दिलाया है कि उत्तराखंड सरकार को जिस भी तरह की मदद की जरूरत है वो मुहैया कराई जाएगी, इसमे किसी भी तरह की झिझक नहीं होनी होगी।
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बता दें कि इस हादसे की वजह से अलकनंदा और धौली गंगा के उफान पर हैं और आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा है। कई घरों के इस हादसे में बह जाने की आशंका है। खतरे को देखते हुए आसपास के इलाकों को खाली कराया जा रहा है। लोगों से अपील की जा रही है कि वह सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। इस आपदा में तकरीबन 150 लोगों के लापता होने की आशंका है। खुद प्रधानमंत्री इस पूरी घटना पर पल-पल की नजर बनाए हैं और घटनास्थल के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रवाना हो चुके हैं। मौके पर रेस्क्यू टीम लगातार लोगों को बचाने में जुटी हैं और इलाके में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही हैं।
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इस हादसे में राहत बचाव के काम में आईटीबीपी के जवान भी जुटे हैं। जानकारी के अनुसार मौक से तकरीबन 9-10 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं और इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। तकरीबन 250 आईटीबीपी के जवान राहत और बचाव के काम में जुटे हैं, जल्द ही मौके पर भारतीय सेना की टीम भी राहत कार्य में मदद के लिए पहुंच रही है।
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