चमोली त्रासदी में मारे गए शख्स के परिवार के मसीहा बने सोनू सूद, 4 बेटियों को लिया गोद
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के समय हजारों लोगों की मदद करने वाले एक्टर सोनू सूद की दरियादिली एक बार फिर से देखने को मिली है। इस बार सोनू सूद ने उत्तराखंड के चमोली में आई आपदा में एक पीड़ित परिवार की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। सोनू मे चमोली त्रासदी में मारे गए इलेक्ट्रीशियन की चार बेटियों को गोद लेने का फैसला किया है। इसकी जानकारी सोनू सूद ने खुद ट्वीट करके दी है।
सोनू सूद ने चार बेटियों को गोद लेने का किया ऐलान
टिहरी जिले की दोगी पट्टी केरहने वाले 45 वर्षीय आलम सिंह विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना से जुड़ी ऋत्विक कंपनी में इलेक्ट्रीशियन के पद पर कार्यरत थे। जिस दिन ये त्रासदी हुआ उस दिन आलम सिंह परियोजना की टनल के भीतर काम करने गए थे। वे भी इस भयानक जल प्रलय के शिकार हो गए। आठ दिन बाद उनके परिवार को उनका शव मलबे के नीचे दबा मिला। मृतक आलम सिंह अपने घर में कमाई करने वाले इकलौते शख्स थे।
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सोनू सूद बोले-यह परिवार अब हमारा है
आलम सिंह की पत्नी के कंधों पर अपनी और चार मासूम बच्चों आंचल (14), अंतरा (11), काजल (08) व दो वर्षीय अनन्या का बोझ आ गया है। उनकी पत्नी अकेले इस परिवार को भरणपोषण करने में समर्थ नहीं हैं। इसके बाद उमेश कुमार के एक शख्स ने उन चारों बच्चियों की व्यथा सुनाते हुए सोनू सूद से मदद मांगी थी। जिसके बाद सोनू सूद ने ट्वीट कर लिखा कि, यह परिवार अब हमारा है भाई।
सोनू सूद ने पीड़ित परिवार की मदद करने का बीड़ा उठाया
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनू सूद ने पीड़ित परिवार की मदद करने का बीड़ा उठाया है। चारों बच्चों को गोद लेकर उनकी शिक्षा-दीक्षा और शादी तक का खर्च वहन करने का आश्वासन दिया है। उत्तराखंड के चमोली जिले में आई आपदा से कई लोग बेघर हो गए हैं तो कई को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अभी तक करीब 63 शव बरामद किए जा चुके हैं और कई दर्जन लोग अब भी लापता हैं।
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