उत्तराखंड की आग से पिघल सकते हैं ग्लेशियर, फैलेगा खतरनाक प्रदूषण
देहरादून। बीते नंबे दिनों से उत्तराखंड की वादियां भयंकर आग की चपेट में हैं, यहां के जंगलों में आग दहक रही है जिसने प्रशासन को भी हिलाकर रख दिया है। वायुसेना के जवान दिन-रात आग बुझाने में लगे हुए हैं लेकिन आग बुझ ही नहीं रही है।
उत्तराखंड: भीषण आग को बुझाने के लिए करायी जा रही है कृत्रिम बरसात
आग के कारण परेशान पहाड़ के लोग विशेषज्ञों की उस बात से भी काफी हैरान हो गये हैं जिसमें कहा गया है कि इस आग के वजह से हिमालय के ग्लेशियर भी पिछल सकते हैं और जिसके कारण भयंकर प्रदूषण फैलने की समस्या खड़ी हो सकती है। जिस तरह से इन दिनों उत्तराखंड के जंगल आग की चपेट में है, उससे होने वाला हर दो घंटे में प्रदूषण चार-पांच शहरों से एक साल में निकलने वाले प्रदूषण के बराबर है।
उत्तराखंड के बाद हिमाचल और कश्मीर के जंगलों में भी लगी आग
खतरा: उत्तराखंड की आग से पिघल सकते हैं ग्लेशियर
इसलिए अगर इस आग को रोका नहीं गया तो इससे पर्यावरण को खासा नुकसान हो सकता है जो वन्य जीव समेत इंसानों के स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक साबित होगा। मालूम हो कि वायुसेना के हेलीकॉप्टर और सरकारी एजेंसियां उत्तराखंड में जंगल में लगी भीषण आग बुझाने में युद्धस्तर पर जुटी हुई है। हालांकि अभी तक इस आग की चपेट में किसी की जान नहीं आयी है और गृहमंत्री समेत उत्तराखंड के हर मंत्री ने भरोसा दिलाया है कि इस आग पर जल्द ही काबू पा लिया जायेगा।