कोरोना टेस्ट को लेकर उत्तराखंड के CM गंभीर, अब 48 घंटे के अंदर पहाड़ी इलाके में देनी होगी जांच रिपोर्ट
नई दिल्ली: पूरा देश कोरोना महामारी से बुरी तरह प्रभावित है। जिस वजह से अब कई राज्यों ने पाबंदियां फिर से लगानी शुरू कर दी हैं। वैज्ञानिकों ने भी साफ कर दिया है कि जब तक कोरोना वायरस की वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक लोगों को इसी तरह जीवनयापन करना पड़ेगा। मौजूदा वक्त में ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करके ही महामारी को रोका जा सकता है, इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने भी कमर कस ली है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस दौरान उन्होंने राज्य में कोरोना के हालात को जाना। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहरी क्षेत्रों में हर हाल में कोविड-19 की रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर मरीजों को दे दी जाए। वहीं अगर पहाड़ी इलाके में किसी मरीज का सैंपल लिया जाता है, तो उसे 48 घंटे के अंदर रिपोर्ट उपलब्ध करवाई जाए। सीएम के मुताबिक अगर रिपोर्ट जल्द मिलेगी तो वक्त रहते मरीजों का सही इलाज हो पाएगा। साथ ही मृत्युदर में भी कमी आ सकेगी।
बड़ा सवाल, 'कोरोना वैक्सीन का कौन सा विकल्प भारत के लिए है अधिक मुफीद?'
उत्तराखंड
में
कितने
मरीज?
उत्तरखंड
में
कोरोना
के
73527
मामले
सामने
आ
चुके
हैं।
जिसमें
से
1201
की
मौत
हुई
है,
जबकि
66855
ठीक
हो
चुके
हैं।
जिस
वजह
से
अब
राज्य
में
सक्रिय
मामलों
की
संख्या
4812
है।
वहीं
राष्ट्रीय
स्तर
पर
आंकड़ा
93
लाख
के
आंकड़े
को
पार
कर
गया
है।
जिसमें
से
1.36
लाख
की
मौत
हुई
है,
जबकि
87.59
लाख
ठीक
हो
चुके
हैं।