उत्तराखंड के सीएम का 'नया ज्ञान', 500 के बजाय 650 mg की पैरासिटामोल से ठीक हो जाता है डेंगू
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि प्रदेश में डेंगू को लेकर महामारी जैसी स्थिति नहीं है, ये बीमारी पैरासिटामोल की 650 एमजी की खुराक और आराम करने से ठीक हो जाती है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि डेंगू को लेकर प्रदेश में भयावह स्थिति पेश की जा रही है जिससे जनता भी घबरा रही है और डेंगू की जांच करवाने को लेकर अस्पतालों के चक्कर लगा रही है।
डेंगू को लेकर महामारी जैसी स्थिति नहीं- रावत
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दावा किया कि प्रदेश में इस साल डेंगू से अब तक केवल 6 मौतें हुई हैं जिनमें से चार देहरादून में और दो हल्द्वानी शहर में हुई है। रावत ने ये भी दावा किया कि प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल में डेंगू से कोई मौत नहीं हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने सरकारी अस्पतालों में भर्ती डेंगू के मरीजों का हालचाल लिया है और अस्पताल प्रबंधन द्वारा उपलब्ध कराए जाए रहे उपचार का लाभ उन मरीजों को मिल रहा है।
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'650 एमजी की खुराक ली जाए तो ठीक हो जाएगा डेंगू'
सीएम ने कहा कि डेंगू के बुखार को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है और पैरासिटामोल की 500 एमजी की खुराक की जगह अगर 650 एमजी की खुराक ली जाए, साथ ही आराम किया जाए तो ये बीमारी ठीक हो सकती है। स्वाइन फ्लू के संबंध में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि दुनिया भर के चिकित्सकों ने माना है कि ये एक सामान्य किस्म का एन्फ्लूएंजा है जिससे बार-बार हाथ धोकर, मास्क पहनकर और अन्य प्रकार से सावधानी बरतकर बचाव किया जा सकता है।
सीएम का दावा, राज्य में डेंगू से केवल 6 मौतें
इस बीच डीजी हेल्थ, आरके पांडेय ने बताया कि प्रदेश में डेंगू मरीजों की संख्या 4816 तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि डेंगू के अधिकांश मामले देहरादून में सामने आए हैं जहां अब तक 3000 मरीज पाए गए हैं जबकि हल्द्वानी में 1100 केस सामने आए हैं। वहीं, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ में डेंगू का एक भी मामला अभी तक सामने नहीं आया है।