Uttarakhand: कांग्रेस कर रही है गुमराह इसलिए अब कृषि बिलों को लेकर किसानों के बीच जाएगी BJP
नई दिल्ली। कृषि विधेयक के विरोध में किसान सड़कों पर उतरे हैं और विरोधी दल किसान बिल को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है तो वहीं इसी बीच रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने तीनों विधेयकों पर अपनी मुहर लगा दी है, जिसके बाद अब ये विधेयक कानून बन गए हैं, तो वहीं सरकार बार-बार दोहरा रही है कि ये बिल किसान विरोधी नहीं बल्कि उसके हित में है, विपक्ष बिल के बहाने राजनीति पर उतर आया है, वो किसानों को गुमराह करने का काम कर रहा है।
इसलिए कृषि बिलों और इनसे होने वाले लाभ के बारे में किसानों को जानकारी देने के लिए उत्तराखंड भाजपा किसान मोर्चा अगले माह के पहले या दूसरे हफ्ते से राज्यभर में अभियान चलाने का फैसला किया है, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यह जानकारी दी थी,उन्होंने कहा कि कृषि बिल से किसानों को फायदा होगा ये उनके हित में उठाया गया ऐतिहासिक कदम है लेकिन विपक्ष लगातार किसानों को गुमराह और भ्रमित कर रहा है।
'पिछले 50-60 सालों से किसान शोषण के शिकार'
बंशीधर भगत ने कहा कि पिछले 50-60 सालों से किसान शोषण के शिकार हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने किसानों की पीड़ा को समझा और कृषि बिलों के जरिये उन्हें राहत दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भी अपने एजेंडे में इन बिलों को शामिल किया था लेकिन अब भाजपा सरकार ने इन बिलों को पारित कर दिया तो कांग्रेस को मिर्ची लग गई है और वो इसी पीड़ा में प्रदर्शन कर रही है और किसानों को भटका रही है इसलिए हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि अब हम राज्य में किसानों के बीच जाकर उन्हें इस बिल की पूरी सच्चाई बताएंगे, हम अपने अभियान के तहत छोटी बैठकें करने के साथ ही पत्रक भी बांटेंगे।
'कांग्रेस के लिए किसान हमेशा केवल वोट बैंक रहे हैं'
भगत ने कहा कि कांग्रेस के लिए किसान हमेशा केवल वोट बैंक रहे हैं, उसने हमेशा उनका इस्तेमाल किया है, अगर उसने इस बारे में सोचा होता तो आज स्थिति ऐसी ना होती लेकिन पीएम मोदी ने किसानों का दर्द समझा और महसूस किया और इसलिए उन्होंने इस दिशा में कदम उठाया, जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो भी उन्होंने वहां सस्ती दर पर किसानों को बिजली मुहैया कराई थी। वो पहले ही कह चुके हैं कि कृषि बिल से न तो मंडियों को खत्म किया जा रहा और न एमएसपी को लेकिन कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने अपने निजी स्वार्थ के लिए इस बिल का दुष्प्रचार कर रहे हैं लेकिन अब पार्टी इस भ्रम को खत्म करेगी।