लखनऊ में कांग्रेस के दो नेताओं को पुलिस ने उठाया, रिहा करने पहुंचे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने चलाई लाठियां
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने अलग-अलग जगहों से कांग्रेस के दो नेताओं को गिरफ्तार किया है। दोनों नेताओं का नाम शहनवाज आलम और आशीष अवस्थी है। शहनवाज आलम उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन हैं जबकि आशीष अवस्थी यूपीसीसी के सोशल मीडिया का काम देखते हैं। दोनों को छुड़ाने के लिए लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने देर रात लाठीचार्ज किया। आपको बता दें कि शाहनवाज आलम को पुलिस ने सीएए, एनआरसी को लेकर हुए प्रदर्शन के आरोप में गिरफ्तार किया था। बीते वर्ष 19 दिसंबर को लखनऊ को हिंसा की आग में झोंकने वाले उपद्रवी तत्वों पर प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है।
जानकारी के मुताबिक शाहनवाज आलम को रिहा कराने के लिए वहां पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधान दल की नेता आराधना मिश्रा पुलिस से बात कर रहे थे। इसी बीच वहां बड़ी संख्या में पहुंचे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया। कोतवाली के अंदर हल्ला हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने मामले को शांत करने की कोशिश की लेकिन वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं की तादाद ज्यादा थी। पुलिस ने हालात को काबू में करने लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया। लाठीचार्ज के बाद कांग्रेस के कार्यकर्ता वहां से भाग गए।
जानकारी के मुताबिक पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास के निकट गोल्फ लिंक अपार्टमेंट के सामने से शाहनवाज़ आलम को अचानक उठा लिया। इसी तरह आशीष अवस्थी को भी पुलिस थाने उठाकर ले गई। जब इस बात की सूचना यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय सिंह लल्लू और कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा मोना को मिली तो वे अपने समर्थकों के साथ हजरतगंज कोतवाली पहुंच गए। कयास लगाए जा रहे हैं कि यह मामला प्रवासी मजदूरों को उनके ठिकानों तक पहुंचाने वाले कांग्रेस के अभियान से जुड़ा है। क्योंकि उस दौरान यूपी सरकार ने कांग्रेस द्वारा उपलब्ध कराए गए वाहनों की सूची में 300 वाहनों को फर्जी करार दिया था। साथ ही राजधानी में यह चर्चा भी है कि यह मामला एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ हुए धरना-प्रदर्शनों से जुड़ा हो सकता है. फिलहाल, पुलिस इस मामले पर कुछ कहने से बच रही है।