यूपी विधानसभा चुनाव: वरूण गांधी नहीं है बीजेपी के CM फेस?
नई दिल्ली। बीजेपी की कार्यकारिणी बैठक से पहले जिस तरह से इलाहाबाद में वरूण गांधी के पोस्टरों से शहर को सजाया गया था उससे ये कयास लगाये जा रहे थे की यूपी चुनावों में वरूण गांधी को बीजेपी एक बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है और हो सकता है कि वरूण ही बीजेपी के लिए सीएम का चेहरा बने।
यूपी विधानसभा चुनाव के लिये भाजपा का सिक्का तैयार!
लेकिन जिस तरह से कार्यकारिणी की बैठक हुई और उसमें वरूण की अनदेखी की गई उसे देखकर अब लग रहा है कि बीजेपी के आलाकमान ही वरूण से खुश नहीं है। इस बात को बल उस समय और मिल गया जिस समय वरूण गांधी पूरे दिन इलाहाबाद में रहने के बाद भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ओर से आयोजित नेताओं की डिनर मीट में नहीं गये। कहा जा रहा है कि तवज्जो ना मिलने के कारण ही वरूण खफा है और इस कारण वो रात्रिभोज में शामिल नहीं हुए ।
यूपी में बदली वरुण गांधी की चाल, भाजपा की बढ़ी मुश्किलें
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के अंदर जो सर्वे हुआ है उसके हिसाब से तो वरूण ही सीएम का चेहरा बनने के लायक हैं लेकिन भाजपा के आलाकमानों का उनका अत्यधिक सक्रिय रहना भा नहीं रहा है क्योंकि पिछले कुछ वक्त से वरूण गांधी यूपी की राजनीति में काफी एक्टिव हो गये हैं।
वरूण गांधी कुछ ज्यादा ही सक्रिय
वो अपने मन से ही बिना पार्टी से विचार-विमर्श किये कई जिलों का दौरा कर आते हैं। वो संगठन के साथ मिलकर नहीं चलते बल्कि अपने फैसले खुद लेने लग गये है, वो सोशल मीडिया पर पार्टी की बातें करने लगे हैं और यही नहीं उनके पिछले कुछ बयान तो ऐसे आये जैसे लगा कि वरूण पर ही यूपी बीजेपी की जिम्मेदारी है, जिसकी वजह से ही वरूण गांधी भाजपा के शीर्ष नेताओं और आलाकमानों को समझ नहीं आ रहे हैं।
वरूण को नहीं मिली तवज्जो
जिस कारण ही उन्हें शायद कार्यकारिणी बैठक में वो तवज्जो नहीं मिली जिसकी अपेक्षा वरूण और उनके समर्थक किये बैठे थे इस कारण अब उन लोगों के दावे फीके पड़ गये हैं जो यह कह रहे थे कि बीजेपी यूपी चुनावों में वरूण गांधी को ही सीएम फेस बनायेगी।
पोस्टर लगाने वालों की लगेगी क्लास
खबर ये भी है कि जिन कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के पोस्टर में पीएम मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ बड़ी-बड़ी वरूण की तस्वीरें लगायी थीं उन पर भी पार्टी एक्शन ले सकती है।