यूपी सीएम आदित्यनाथ ने कहा, 'मुगल शासक अकबर नहीं, बल्कि महाराणा प्रताप थे महान'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार महाराणा प्रताप की जयंती पर कहा कि मुगल शासक अकबर नहीं, बल्कि मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप महान थे। आदित्यनाथ ने अकबर को महान मानने से इनकार करते हुए कहा कि अपने किले को हासिल करने के लिए महाराणा प्रताप ने सालों तक लड़ाई जारी रखी।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार महाराणा प्रताप की जयंती पर कहा कि मुगल शासक अकबर नहीं, बल्कि मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप महान थे। आदित्यनाथ ने अकबर को महान मानने से इनकार करते हुए कहा कि अपने किले को हासिल करने के लिए महाराणा प्रताप ने सालों तक लड़ाई जारी रखी। उत्तर प्रदेश सीएम आरएसएस द्वारा आयोजित महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर बोल रहे थे। इस मौके पर आरएसएस ने 'अवध पत्री' नाम से अपनी मैगजान का स्पेशल एडिशन भी रिलीज किया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप की जयंती के मौके पर उन्हें सबसे महान शासक बताया। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेवाड़ के राजा ने अपने स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं किया और अकबर से अपना किला वापस लेने के लिए सालों लड़ते रहे। उनकी नजर में मुगल शासक अकबर नहीं, बल्कि मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप महान है। आदित्यनाथ ने कहा, 'अकबर ने महाराणा प्रताप से कहा कि उन्हें बादशाह मान ले, फिर वो मेवाड़ में दखल नहीं देगा। महाराणा प्रताप ने जवाब दिया कि वो एक विधर्मी और विदेशी को अपना राजा नहीं मानेंगे।'
आदित्यनाथ ने आगे कहा कि महाराणा प्रताप ने अपना पराक्रम साबित भी किया। अपना किला अकबर से लेकर उन्होंने साबित कर दिया कि कौन महान था। महाराणा प्रताप की जयंती पर सीएम ने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि महाराणा प्रताप ने अपने आत्मसम्मान के साथ अरावली की पहाड़ियों में कई सालों तक लड़ाई की और आखिरकार अपने किलों को वापस जीता।' उन्होंने कहा कि उस दौरान कई राजाओं ने अपने आत्मसम्मान को ताक पर रखकर अकबर को अपना शासक मान लिया था, लेकिन महाराणा प्रताप अपने फैसले पर अटल रहे।
Akbar asked Maharana Pratap to accept him as 'badshah' & that then he won't interfere in his kingdom Mewar. Maharana Pratap said we can't accept a 'vidharmi' & a foreigner as our ruler. Maharana proved it wasn't Akbar, but he who was great, by winning back his forts: UP CM (14.6) pic.twitter.com/YjAHejrRYP
— ANI UP (@ANINewsUP) June 15, 2018
आदित्यनाथ ने अनुसूचित जातियों, जनजातियों और पिछड़े समुदायों से खुद को प्रताप के वंशज के रूप में मानने के लिए कहा। 'वास्तव में यह जनजाति थी, जिसने प्रताप को महान बनाया। किसकी ताकत पर महाराणा प्रताप ने लड़ाई की थी? ये वहीं जातियां थीं जिन्हें हम आज दलित, पिछड़ा और वानवासी कहते हैं।'
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