विंध्याचल धाम का धार्मिक पर्यटन के तौर पर होगा विकास, सीएम आदित्यनाथ ने लिया जायजा
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि विंध्याचल धाम को धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बुधवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंडल के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान कहा कि विंध्याचल मंडल में विकास और रोगार का प्रमुख माध्यम पर्यटन हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विंध्यवासिनी धाम क्षेत्र के विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। ऐसे में पर्यटन विकास की योजनाओं को विशेष ध्यान देते हुए पूरा किया जाए। उन्होंने अष्टभुजा और काली खोह में रोप-वे तक पहुंच मार्ग और पेयजल की सुविधा उपलब्ध कराए जाने के संबंध में निर्देश दिए। साथ ही विन्ध्यवासिनी धाम क्षेत्र की कार्ययोजना के सम्बन्ध में दिए गए निर्देशों का अनुपालन किए जाने की बात भी कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विन्ध्य क्षेत्र हर घर नल योजना के लिए चयनित है। इस योजना के लिए छह हजार करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। इसके तहत पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। योगी आदित्यनाथ ने सभी परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूर्ण किए जाने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि मां विंध्यवासिनी धाम को केंद्र में रखकर पर्यटन विकास की विभिन्न योजनाएं चल रही हैं, इन्हें जरूरत के हिसाब से विस्तार दिया जाए।
सीएम ने जनपद भदोही के प्रसिद्ध कालीन उद्योग की ब्रांडिंग की चर्चा करते हुए की जा रही कार्यवाहियों के बारे में जानकारी ली। भदोही जनपद में प्रस्तावित वेटनरी कॉलेज की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त करते हुए पशुपालन विभाग को आवश्यक कार्यवाही पूर्ण करने के निर्देश दिए। मिर्जापुर सांसद अनुप्रिया पटेल ने मिर्जापुर में एक बाईपास रोड और गंगा नदी पर शास्त्री पुल के समकक्ष एक नवीन पुल निर्माण कराए जाने की मांग सीएम से रखी है।