Google Doodle: भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खां का जन्मदिन आज, गूगल ने बदला डूडल
नई दिल्ली। अपनी शहनाई के सुर से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले मशहूर शहनाई वादक बिस्मिल्ला खां का आज जन्मदिन है। वो केवल एक शहनाई वादक नहीं थे बल्कि वो भारत देश का गौरव थे। साज के इस महारथि को दुनिया के सबसे बड़े सर्च ईंजन गूगल ने भी सलाम किया है, उसने अपना आज डूडल बिस्मिल्ला खां को समर्पित किया है। आप गूगल के डूडल में सफेद रंग की पोशाक पहने बिस्मिल्ला खां की तस्वीर को बखूबी देख सकते हैं, जिसमें वो शहनाई बजाते हुए दिख रहे हैं।
बिस्मिल्लाह का अर्थ होता है 'अच्छी शुरुआत! या श्रीगणेश'
बिस्मिल्ला खां का जन्म बिहारी मुस्लिम परिवार में पैगम्बर खाँ और मिट्ठन बाई के यहाँ बिहार के डुमराँव की भिरंग राउत की गली नामक मोहल्ले में हुआ था। उनके दादा रसूल बख्श ने उनका नाम बिस्मिल्लाह रखा था जिसका मतलब होता है 'अच्छी शुरुआत! या श्रीगणेश'।
मजहब बैर नहीं सिखाता
मुस्लिम होने के बावजूद बिस्मिल्ला खां काशी विश्वनाथ मंदिर में जाकर शहनाई बजाया करते थे, उन्होंने हमेशा ही कहा कि मजहब कभी बैर करना नहीं सिखाता, वो तो प्रेम करना सिखाता है।
लाल किले पर बजाई शहनाई
बिस्मिल्ला खां देश के चुनिंदा कलाकारों में से एक हैं जिन्हें आजदी के मौके पर साल 1947 में लाल किले पर शहनाई बजाने का मौका मिला था।
देश के सबसे बड़े अवार्ड भारत रत्न से सम्मानित किया गया
साल 2001 में बिस्मिल्ला खां को देश के सबसे बड़े अवार्ड भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। मध्य प्रदेश सरकार उन्हें तानसेन पुरस्कार से सम्मानित कर चुकी है।
निधन
कार्डियक अरेस्ट के चलते बिस्मिल्ला खां का निधन बनारस में 21 अगस्त 2006 को हुआ था। खां की पांच बेटियां और तीन बेटे थे। इसके अलावा हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की प्रमुख गायिका सोमा घोष को उन्होंने अपनी पुत्री स्वीकार किया था। भारत सरकार ने उनकी मृत्यु के दिन राष्ट्रीय शोक घोषित किया था।
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