आरोग्य सेतु ऐप में आपकी प्राइवेसी को नहीं है कोई खतरा, बनाने वाली टीम ने हैकर को दिया जवाब
नई दिल्ली: दुनिया में कोरोना वायरस के केस तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। अभी तक दुनिया के किसी भी देश ने कोरोना की वैक्सीन नहीं बनाई है। कोरोना के मरीजों को ट्रैस करने के लिए भारत सरकार की ओर से आरोग्य सेतु ऐप लांच किया गया था। इस ऐप में प्राइवेसी को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने सवाल उठाए थे। जिसके बाद एक फ्रेंच हैकर ने भी राहुल गांधी के दावे का समर्थन किया था। अब आरोग्य सेतु को बनाने वाली टीम ने हैकर से बात कर मामले में सफाई दी है।
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इन बातों पर आरोग्य सेतु टीम ने दी सफाई
1- लोकेशन की जानकारी रखता है ऐप- इस पर आरोग्य सेतु टीम ने बताया कि यूजर की लोकेशन की जानकारी के आधार पर ही कोरोना मरीज के बारे में जानकारी दी जा सकती है। ये लोकेशन के आधार पर ही बनाया गया ऐप है। वहीं प्राइवेसी पॉलिसी में इस बात का उल्लेख कर दिया गया है। जब यूजर ऐप डाउनलोड करता है तब भी लोकेशन एक्सेस की इजाजत उससे ली जाती है।
2- होम स्क्रीन पर कोविड-19 मरीज की जानकारी- टीम के मुताबिक आप निश्चित दूरी के अंदर कोविड-19 के मरीज की जानकारी ले सकते हैं। ये दूरी 500 मीटर, 1km, 2km, 5km और 10km है। यूजर अपने हिसाब से दूरी को चुन सकता है। उस दूरी के अंदर जितने मरीज रहेंगे उनकी जानकारी उपलब्ध करवा दी जाएगी। इसमें आपके स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी रहेगी। उसके अलावा कोई निजी या संवेदनशील जानकारी नहीं ली जाएगी।
3- निजी जानकारी या डाटा को नहीं खतरा: टीम के मुताबिक आरोग्य सेतु ऐप की लगातार टेस्टिंग होती है और उसके सिस्टम को अपग्रेड किया जा रहा है। उन्होंने लोगों को अश्वस्त किया कि अभी तक कोई भी सुरक्षा खामी इसमें नहीं मिली है। साथ ही सभी का डाटा भी सुरक्षित है। उन्होंने डाटा सिक्योरिटी की ओर ध्यान आकर्षित करने के लिए फ्रेंच हैकर का धन्यवाद कहा। अगर किसी को डाटा सुरक्षा संबंधित शिकायत और सुझाव देना हो तो वे [email protected] पर मेल कर सकते हैं।
#COVID19: 'Aarogya Setu' team issues a statement on data security of the mobile application. pic.twitter.com/vD55tAadis
— ANI (@ANI) May 6, 2020
राहुल गांधी ने उठाए थे सवाल
हाल ही में राहुल गांधी ने आरोग्य सेतु ऐप पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप एक जटिल निगरानी प्रणाली है, जो एक प्राइवेट ऑपरेटर के लिए आउटसोर्स है, जिसमें कोई संस्थागत निरीक्षण नहीं है। उन्होंने कहा कि इससे गंभीर डेटा सुरक्षा और गोपनीयता संबंधी चिंताएं बढ़ती हैं। तकनीक हमें सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है, लेकिन नागरिकों की सहमति के बिना उनको ट्रैक करने के लिए डर का फायदा नहीं उठाया जाना चाहिए।
क्या है इस ऐप की खासियत?
इस ऐप की खासियत ये है कि जैसे ही कोरोना से संक्रमित कोई व्यक्ति आपके आसपास आएगा यह आपको अलर्ट कर देगा। इस ऐप को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत NIC ने तैयार किया है। आरोग्य सेतु ऐप एक सोशल ग्राफ का उपयोग करता है, जिससे लो और हाई रिस्क की श्रेणी का पता चल जाता है। लो रिस्क श्रेणी का मतलब है कि आप सुरक्षित हैं और घर पर ही रहें। लेकिन, हाई रिस्क में आने का मतलब है यह ऐप आपको टेस्ट सेंटर जाने के लिए नोटिफाई करेगा।
विदेश
में
फंसे
लोगों
को
घर
वापस
लाने
के
लिए
इन्हें
अधिक
प्राथमिकता
देगी
सरकार