अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपेयो पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिले
नई दिल्ली। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपेयो ने बुधवार को सात लोककल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पोंपेयो मंगलवार रात भारत पहुंचे हैं और उनका दौरा तीन दिनों का है। वह यहां पर अमेरिका और भारत के बीच राजनीतिक रिश्तों को मजबूत करने के मकसद से आए हैं। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद पोंपेयो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात करेंगे। माना रहा है कि जवाहर लाल नेहरु भवन में हुई मुलाकात में, जयशंकर और पोंपेयो के बीच अमेरिका और भारत की रणनीतिक साझेदारी को लेकर चर्चा हुई।
जी-20 में होगी मोदी और ट्रंप की मुलाकात
पोंपेयो ने पीएम मोदी और एस जयशंकर से क्या बात की, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है। जी-20 समिट के दौरान सम्मेलन से अलग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुलाकात होनी है। इस मीटिंग से पहले पोंपेयो और मोदी की मीटिंग को अहम माना जा रहा है। पोंपेयो के इस भारत दौरे पर भारत, अमेरिका को साफ कर देना चाहता है कि वह रूस से खरीदे जाने वाले एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगा। भारत की कोशिश होगी कि पोंपेयो के दौरे पर प्रतिबंधों के बावजूद उसे छूट मिल सके। भारत, अमेरिका की वजह से डील को खत्म करके रूस के साथ रिश्तों को खतरे में नहीं डाल सकता है।
#WATCH: US Secretary of State Mike Pompeo meets EAM Subrahmanyam Jaishankar at Jawaharlal Nehru Bhawan, Ministry Of External Affairs. #Delhi. pic.twitter.com/zfulw60phk
— ANI (@ANI) June 26, 2019
Working together to further deepen our strategic partnership@SecPompeo called on PM @narendramodi to exchange views on various aspects of Indo-US relationship. PM will meet President @realDonaldTrump on the sidelines of the upcoming #G20OsakaSummit pic.twitter.com/Jjjp9gTKbd
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) June 26, 2019
आतंकवाद पर होगी चर्चा
पोंपेयो के भारत दौरे पर दोनों पक्षों के बीच कई ऐसे मुद्दे पर वार्ता होगी जो आपसी हितों से जुड़े हैं जिनमें द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कई मसले शामिल हैं। आतंकवाद का मुद्दा भी चर्चा में सबसे ऊपर रहने की संभावना है। ऐसे समय में जबकि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने में असफल है और अफगानिस्तान को भी अस्थिर करने की कोशिशों में लगा है, इस मुद्दे के प्रभावी रहने की संभावना है। इसके अलावा पाक ने मुंबई हमलों के साथ ही पठानकोट, उरी और पुलवामा आतंकी हमले के दोषियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की है। माना जा रहा है कि भारत इन मसलों में पाक की तरफ से हुई जांच का जिक्र पोंपेयो से कर सकता है। साथ ही दाऊद इब्राहीम को पाक में मिली सुरक्षित शरण पर भी चर्चा होने की संभावना है।