भारत की कोलम रंगोली से होगी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत
20 जनवरी को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत भारत की रंगोली के साथ होगी।
नई दिल्ली। Kolam Rangoli: 20 जनवरी को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के शपथ ग्रहण समारोह की शुरुआत भारत की रंगोली के साथ होगी। इस रंगोली को तमिलनाडु में कोलम के नाम से जाना जाता है।
Recommended Video
आपको बता दें कि यह शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम ऑनलाइन होगा। इस कोलम रंगोली के अलग-अलग और आकर्षक डिजाइन बनाने के लिए भारत और अमेरिका के लगभग सभी आयु वर्ग के 1800 लोगों ने इस ऑनलाइन पहल में हिस्सा लिया है। आपको बता दें कि तमिलनाडु में इस रंगोली का अपना विशेष महत्व है। वहां लोग इसे सकारात्मक ऊर्जा और नई शुरुआत का प्रतीक मानते हैं।
यह भी पढ़ें: अमेरिकी परमाणु युद्धपोत पर ईरान ने दाग दिया मिसाइल, अब क्या करेगा अमेरिका?
इस पहल में हिस्सा लेने वाली मैरीलैंड की मल्टीमीडिया और बहु-विषयक कलाकार शांति चंद्रशेखर ने कहा, "कोलम तमिलनाडु दक्षिण भारत का एक पारंपरिक कला रूप है। महिलाएं इसे अपने घर के बाहर फर्श पर घर के चावल के पाउडर से बनाती हैं। ये ज्यामितीय पैटर्न डॉट्स और लाइनों से युक्त होते हैं जो स्वागत का प्रतीक हैं और सकारात्मक ऊर्जा के साथ घर में प्रवेश करने की याद दिलाते हैं।"
आपको बता दें कि अमेरिका की नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की मां मूल रूप से तमिलनाडु की रहने वाली थीं और कमला ने ही इस रंगोली को बनाने की अनुमति दी थी। मालूम हो कि इस रंगोली को पहले व्हाइट हाउस के बाहर बनाने पर विचार किया गया था, लेकिन इसकी अनुमति नहीं मिली थी। बाद में इसे कैपिटल हिल के बाहर बनाने की अनुमति दे दी गई।
चावलों के पाउडर के साथ हाथ से बनाई जाने वाली कोलम रंगोली समावेशी और पर्यावरण के लिए अनुकूल है। कोलम पर डॉट्स जीवन में कठिनाइयों का चित्रण करते हैं, और डॉट्स के चारों ओर खींची गई रेखाएं हमारे संघर्षों के चारों ओर नेविगेट करने और हमारे जीवन को कला के एक सुंदर मोजेक कार्य में बदल देती हैं। गौरतलब है कि जो बाइडेन का शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी को होगा।