अमेरिका के राजदूत और श्रीलंका के राष्ट्रपति ने करुणानिधि के निधन पर जताया शोक
डीएमके के पूर्व मुखिया और पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे एम करुणानिधि का मंगलवार को चेन्नई के कावेरी हास्पिटल में निधन हो गया। 94 वर्ष की उम्र में अपने चाहने वालों को अलविदा कहने वाले करुणानिधि ने न सिर्फ सिनेमा बल्कि राजनीति के पटल पर भी कई सफल स्क्रिप्ट्स लिखी थीं।
चेन्नई। डीएमके के पूर्व मुखिया और पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री रहे एम करुणानिधि का मंगलवार को चेन्नई के कावेरी हास्पिटल में निधन हो गया। 94 वर्ष की उम्र में अपने चाहने वालों को अलविदा कहने वाले करुणानिधि ने न सिर्फ सिनेमा बल्कि राजनीति के पटल पर भी कई सफल स्क्रिप्ट्स लिखी थीं। करुणानिधि के निधन पर भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर और श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सीरिसेना ने भी शोक जताया है। आपको बता दें कि करुणानिधि के पास राजनीति का पांच दशकों से भी ज्यादा का अनुभव था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।
तमिलों के हक के लिए लड़े करुणानिधि
श्रीलंका के राष्ट्रपति सीरिसेना ने अपने शोक संदेश में कहा है, 'पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता करुणानिधि के निधन पर मैं शोक जताता हूं।' सीरिसेना ने इसके साथ ही उनके परिवार और उनके करीबियों के प्रति सहानुभूति जताई है। 30 जुलाई को श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने अस्पताल जाकर करुणानिधि के बेटे स्टालिन से उनके पिता का हालचाल पूछा था और साथ ही करुणानिधि से भी मुलाकात की थी। करुणानिधि को एक ऐसे नेता के तौर पर जाना जाता है जो हमेशा श्रीलंका में बसे तमिलों के हक के लिए लड़ाई लड़ते रहे थे। उनके निधन के बाद श्रीलंका में भी शोक का माहौल है। वहीं अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने उनके निधन पर कहा, 'अमेरिका के लोगों की तरफ से मैं करुणानिधि के निधन पर उनके परिवार वालों और राज्य के लोगों के प्रति अपनी सहानुभूति जताता हूं।' जस्टर ने करुणानिधि को एक ऐसा नेता बताया जिन्होंने हमेशा अपने राज्य और देश के लोगों की सेवा को सबसे ऊपर रखा था। इसके अलावा कई क्रिश्चियन संगठनों की ओर से भी उनके निधन पर शोक जाहिर किया गया है।