कोरोना वायरस के सबसे खतरनाक समझे जाने वाले अफ्रीकी वेरिएंट के लिए तैयार हुई वैक्सीन
कोरोना वायरस के मौजूदा वेरियंट्स में सबसे खतरनाक माने जाने वाले दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट के लिए वैक्सीन तैयार कर ली गई है।
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के मौजूदा वेरियंट्स में सबसे खतरनाक माने जाने वाले दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट के लिए वैक्सीन तैयार कर ली गई है। यूएस बायोटेक फर्म मॉडर्न ने इस वैक्सीन को बनाने का दावा किया है। फर्म ने बुधवार को कहा कि दक्षिण अफ्रीकी कोरोना वायरस वैरिएंट पर काबू करने के उद्देश्य से बनाई गई इस वैक्सीन को परीक्षण के लिए यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) भेज दिया गया है।
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फर्म के सीईओ स्टीफन बैंसेल ने कहा कि, 'हम इस वैरिएंट बूस्टर के नैदानिक अध्ययन के की शुरुआत करने के लिए तत्पर हैं।' उन्होंने इस महामारी से निपटने के लिए एनआईएच के निरंतर सहयोग के लिए उसका आभार प्रकट किया।
मालूम हो कि कोरोना वायरस के दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट को वायरस के मौजूदा वेरिएंट में सबसे खतरनाक वेरिएंट में से एक माना गया है क्योंकि यह एंटीबॉडी को ब्लॉक कर उनसे बच निकलने में सक्षम है। इसका सीधा मतलब ये है कि जो कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर चुके हैं उन लोगों में भी कोरोना दोबारा हो सकता है। इसके अलावा रिसर्च में यह बात सामने आई है कि इस वेरिएंट ने वायरस के मौजूदा टीकों के प्रभाव को भी आंशिक रूप से कम कर दिया है।
हालांकि प्रारंभिक परीक्षण से पता चला है मॉडर्न का मूल टीका mRNA-1273, इस उभरते हुए वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी रहता है, लेकिन फर्म ने कई अन्य पहलुओं को ध्यान में रखते हुए विशिष्ट रूप से दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट के लिए एक अलग वैक्सीन का निर्माण किया है।
कंपनी ने कहा कि उसकी नई वैक्सीन (mRNA-1273.351) का बूस्टर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा कंपनी अपनी दोनों वैक्सीन को मिलाकर कोरोना वायरस के लिए प्रभावी एक नए बूस्टर का भी निर्माण कर सकती है। इसके अलावा कंपनी पूर्ण रूप से इम्यूनिटी प्राप्त करने के लिए इसे तीसरे टीके के रूप में भी इस्तेमाल कर सकती है।
कंपनी ने कहा है कि वह अपनी पुरानी वैक्सीन और दक्षिण अफ्रीकी वेरिएंट के लिए बनाई गई विशेष वैक्सीन को मिलाकर एक नई वैक्सीन तैयार कर सकती है जिसका इस्तेमाल कोरोना की प्रमुख वैक्सीन के तौर पर किया जाएगा।