UN में अमेरिकी राजदूत निकी हेले बोलीं NSG में भारत की सदस्यता का समर्थन करता है अमेरिका
संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) में अमेरिका की राजदूत निकी हेले ने गुरुवार को भारत और अमेरिका के रिश्तों पर अहम बयान दिया। निकी ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध अब मतभेदों और आशंकाओं से आगे बढ़ चुके हैं और दोस्ती और साझेदारी में बदल गए हैं।
नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) में अमेरिका की राजदूत निकी हेले ने गुरुवार को भारत और अमेरिका के रिश्तों पर अहम बयान दिया। निकी ने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंध अब मतभेदों और आशंकाओं से आगे बढ़ चुके हैं और दोस्ती और साझेदारी में बदल गए हैं। हेले की तरफ से यह बयान उस समय आया है जब अमेरिका ने भारत के साथ होने वाले 2+2 डायलॉग स्थगित कर दिया है। निकी हेले बुधवार को भारत आईं हैं। उन्होंने कहा था कि उनके इस दौरे का पहला मकसद अमेरिका और भारत के बीच संबंधों को और मजबूत करना है।
इसलिए है भारत का सम्मान
निकी गुरुवार को मीडिया से मुखातिब थीं। उन्होंने कहा कि परमाणु शक्ति से संपन्न देश भारत को दुनियाभर में इसलिए सम्मान मिलता है क्योंकि यह एक जिम्मेदार लोकतंत्र है। अमेरिका भी न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप (एनएसजी) में भारत की सदस्यता का समर्थक है। इसके साथ ही उन्होंने यहां नॉर्थ कोरिया का उदाहरण भी दिया। निकी ने कहा कि नॉर्थ कोरिया ने अपने सारे प्रयास परमाणु ताकतों को तैयार करने की दिशा में किए। इसलिए उस पर समय-समय पर प्रतिबंध लगाए गए। वहीं ईरान एक तानाशाह देश है और उसके पास मौजूद परमाणु हथियार दुनिया भर के लिए खतरा हैं।
अप्रवासी भारतीय की बेटी होने पर गर्व
निकी की मानें तो भारत और अमेरिका के संबंध अब काफी आगे बढ़ चुके हैं। आज भारतीय-अमेरिकी अमेरिका में सबसे ज्यादा शिक्षित और सबसे ज्यादा चैरिटी के काम करने वाले अल्पसंख्यकों में शामिल हैं। जो सबसे अहम बात है वह है भारत और अमेरिका दोनों ही देश धार्मिक स्वतंत्रता पालन करते हैं। निकी की मानें तो सिर्फ सहिष्णुता और सम्मान के साथ ही सभी देश एक साथ रह पाएंगे। निकी ने गैर-कानूनी अप्रवासन का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारतीयों ने उन्हें हमेशा अपनी बेटी की तरह समझा है। निकी ने अपने भाषण की शुरुआत ही इस बात से की कि वह एक अप्रवासी भारतीय की बेटी हैं और एक अमेरिकी राज्य की गर्वनर भी रह चुकी हैं। सिद्धांत और शिक्षा के लिए उनका प्यार उन्हें हमेशा एक भारतीय होने के नाते गर्व की अनुभूति कराता है।
पाकिस्तान और आतंकवाद पर भी की बात
निकी हेले ने अपने भाषण में शांगरी-ला डायलॉग का भी जिक्र किया जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक आजाद और खुले भारतीय-प्रशांत क्षेत्र की बात की थी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इसी नजरिए को मानते हैं। निकी ने दोहराया कि आतंकवाद को हराने और इसे प्रेरित करने वाली विचारधारा पर दोनों देश एक जैसे ख्याल रखते हैं। अमेरिका पाकिस्तान को एक साथी के तौर पर देखता है लेकिन वह आतंकियों की जमीन में तब्दील हो जाए, यह बात अमेरिका बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस स्थिति में बदलाव नजर आएगा।