हार के बाद पहली बार उर्मिला ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- स्थानीय नेताओं की बेरुखी से हारे
मुंबई। फिल्मों से राजनीति में कदम रखने वाली उर्मिला मातोंडकर को लोकसभा चुनाव 2019 में बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। लोकसभा चुनावों में हार के बाद पहली बार इस फिल्म अभिनेत्री ने एक पत्र के जरिए पार्टी के स्थानीय नेताओं की बेरुखी, कमजोर प्लानिंग जैसी चीजों को इसके पीछे वजह बताया है। उर्मिला मातोंडकर ने मिलिंद देवड़ा को पत्र लिखकर स्थानीय कांग्रेस नेताओं की शिकायत की है।
उर्मिला मातोंडकर ने मिलिंद देवड़ा को लिखा पत्र
उर्मिला मातोंडकर ने अपने चुनाव प्रचार के लिए चीफ कॉर्डिनेटर सन्देश कोंडविलकर और दूसरे पदाधिकारी भूषण पाटिल को जिम्मेदार ठहराया है, इसके अलावा उन्होंने जिला अध्यक्ष अशोक सूत्राले को भी जिम्मेदार ठहराया है। 16 मई को लिखे इस पत्र में उर्मिला ने कहा है कि उन्होंने जीत के लिए पूरी मेहनत की लेकिन कांग्रेस के स्थानीय संगठन से वह सहयोग नही मिल सका, जिसकी अपेक्षा थी। बता दें कि उर्मिला मातोंडकर को बीजेपी के गोपाल शेट्टी ने करीब साढ़े चार लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
पहले ही चुनाव में मिली थी बड़ी हार
लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस के अंतर भूचाल आया है। हार की जिम्मेदारी लेते हुए राहुल गांधी ने पहले ही पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है, इसके बाद से लगातार इस्तीफों को दौर जारी है। कांग्रेस के कई नेता अब तक इस्तीफा दे चुके हैं। कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दो दिन पहले इस्तीफा दे दिया था जबकि, मिलिंद देवड़ा ने भी लोकसभा चुनाव में हार की जिम्मेदारी लेते हुए मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।
कमजोर प्लानिंग, नेताओं की बेरुखी से फिल्म अभिनेत्री खफा
जबकि उर्मिला मातोंडकर मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष पद से मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे से बेहद निराश हैं। मिलिंद देवड़ा के बाद फिल्म अभिनेत्री की प्रतिक्रिया भी आई, उन्होंने देवड़ा को मुंबई कांग्रेस के लिए एक 'उम्मीद की किरण' बताते हुए कहा है कि पार्टी के पास विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए समय बहुत ही कम बचे हैं। मिलिंद देवड़ा ने ये कहकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था कि वे राष्ट्रीय राजनीति में पार्टी को स्थिर करने में मदद करने वाले का रोल निभाना चाहते हैं।