राज्यसभा में ऐतिहासिक दिन, जीरो ऑवर के दौरान उठे सभी मुद्दे
उप राष्ट्रपति नायडू ने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी सदस्य सदन का समय बर्बाद नहीं करेंगे और समय के साथ काम करेंगे
नई दिल्ली। राज्यसभा मंगलवार को एक ऐतिहासिक क्षण का गवाह बना। राज्यसभा के इतिहास में पहली बार शून्यकाल के दौरान सभी मुद्दों को सफलतापूर्वक उठाया गया। राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने चेयर को थपथपाते हुए सदस्यों को बताया, 'राज्यसभा ने आज इतिहास बनाया है। पहली बार शून्यकाल के सभी लिस्टेड मुद्दों और विशेष मुद्दों को पूरा किया गया।' वेंकैया नायडू ने कहा कि यह रिकॉर्ड सदन के सदस्यों के सहयोग से ही बन पाया। उन्होंने कहा, 'आपका सहयोग अच्छा रहा और मेरा संचालन भी। इसी वजह से सदन यह रिकॉर्ड बनाने में सफल हो पाया।'
उप राष्ट्रपति नायडू ने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी सदस्य सदन का समय बर्बाद नहीं करेंगे और समय के साथ काम करेंगे। प्रश्न काल की शुरुआत से पहले उन्होंने सबी मंत्रियों को शून्य काल के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों से गुजरने की सलाह देते हुए प्रश्नों का जवाब जल्द से जल्द दिए जाने की सलाह दी ताकि सदन की गुणवत्ता को बढ़ाया जा सके। शून्य काल के दौरान 10 सूचीबद्ध मुद्दों को उठाया गया।
प्रश्नकाल में भी बहुत दिनों बाद ऐसा हुआ कि मौखिक प्रश्नों के लिए सूचीबद्ध सभी प्रश्नों का नंबर आ गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि जिन लोगों के नाम से मौखिक प्रश्न सूचीबद्ध था, उनमें से कई लोग आज सदन में मौजूद नहीं थे। सभापति नायडू ने इस पर सदस्यों को सुझाव दिया कि मौखिक प्रश्न काफी तैयारी के बाद बनाये जाते हैं। इसलिए जिन सदस्यों के सवाल हों, उन्हें सदन में प्रश्नकाल के दौरान उपस्थित रहना चाहिए।
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