उपेंद्र कुशवाहा का बीजेपी पर बड़ा हमला, कहा- मंदिर बनाना राजनीतिक दल का काम नहीं
पटना। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर बिहार की नीतीश सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। गुरुवार को पार्टी के चिंतन शिविर के बाद यहां खुले अधिवेशन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा पर जमकर निशाना साधा। राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक देख बीजेपी वाले राम मंदिर की बात करते है। लेकिन मंदिर बनाना किसी पार्टी का काम नहीं है। इसके बजाय उन्हें राज्य के लोगों को शिक्षित करने के लिए स्कूल बनाना चाहिए। राज्य के गरीबों के लिए बेहतर शिक्षा सुविधाओं की अपनी मांगों पर बोलते हुए कुशवाह ने राज्य में पर्याप्त अच्छे शिक्षक नहीं हैं। जेडी (यू) सरकार राज्य ने लोगों की शिक्षा के लिए अपने 25-बिंदु वाले चार्टर को नजरअंदाज कर दिया है।
नीतीश मॉडल में शिक्षा का हाल पूरी तरह बदहाल हो गया है
रालोसपा के वाल्मीकिनगर में दो दिवसीय राजनीतिक चिंतन शिविर के बाद गुरुवार को मोतिहारी में खुला अधिवेशन में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिक्षा के बिना विकास की बात करना बेमानी है। हमने शिक्षा को लेकर हमेशा सवाल उठाए हैं वे बेहद जरूरी हैं। जो हाल 15-20 साल पहले था वही हाल आज भी है। उन्होंने कहा कि नीतीश मॉडल में शिक्षा का हाल पूरी तरह बदहाल हो गया है। हमने या नीतीश ने किसी प्राइवेट स्कूल में नहीं पढ़े हैं। तब जो पढ़ाई होती थी वो अब खत्म हो गई है।
बिहार में मेरी पार्टी को खत्म करने की रणनीति की गई
नीतीश कुमार के नीच वाले बयान पर बोलते हुए कुशवाहा ने कहा कि, मैं नीतीश कुमार की बहुत इज्जत करता था, लेकिन उन्होंने मुझे नीच कहा। इससे मुझे बहुत ठेस लगी। आप मुख्यमंत्री हैं तो मैं भी केंद्रीय मंत्री हूं। मैंने गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए आवाज उठाई और इस कारण अगर हम नीच हैं तो हां, हम नीच हैं। एक ओर दिल्ली में मुझे मिलने का समय नहीं मिला तो दूसरी जगह बिहार में मेरी पार्टी को खत्म करने की रणनीति की गई। कुशवाहा ने कहा कि, बिहार बीजेपी के नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने घुटने टेक दिए हैं। बिहार में भाजपा के सभी नेता असली जुमलेबाज हैं साथ ही कहा कि चुनाव नजदीक देख भाजपा के लोग राम मंदिर की बात कह रहे हैं।
याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष महाभीषण होगा
उन्होंने बीजेपी को चेताते हुए कहा, याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष महाभीषण होगा। बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए उपेंद्र कुशवाहा ने बीजेपी को 30 नवंबर तक की डेडलाइन दी थी। लेकिन बीजेपी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। मीडिया रिपोर्ट की मानें, तो उपेंद्र कुशवाहा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के संपर्क में हैं। कहा यह भी जा रहा है कि कुशवाहा 10 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मुलाकात कर सकते हैं। इस मुलाकात के बाद ही कुशवाहा भविष्य को लेकर कोई फैसला ले सकते हैं।
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