यूपी पुलिस को विकास दुबे के सहयोगी गुड्डन त्रिवेदी की ट्रांजिट रिमांड मिली
यूपी पुलिस को गुड्डन त्रिवेदी और सोनू तिवारी की ट्रांजिट रिमांड मिली
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पुलिस को विकास दुबे के सहयोगी होने के आरोप में गिरफ्तार गुड्डन त्रिवेदी और सोनू तिवारी की ट्रांडिट रिमांड मिल गई है। 11 जुलाई को महाराष्ट्र के ठाणे से एटीएस की टीम ने गुड्डन त्रिवेदी और सोनू को गिरफ्तार किया था। पहले को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मारे गए बदमाश विकास दुबे से इन दोनों का संबंध होने से इनकार कर दिया था लेकिन सोमवर को पुलिस ने दोनों की ट्रांजिट रिमांड कोर्ट से मांगी। ठाणे की एक अदालत ने सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस को इन दोनों की 16 जुलाई तक की ट्रांजिट रिमांड दे दी। जिसके बाद उनको उत्तर प्रदेश लाया गया है।
45 साल के अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी और उसके चालक सुशील कुमार उर्फ सोनू तिवारी पर विकास दुबे के साथ मिलकर कई अपराध करने के आरोप हैं। महाराष्ट्र एटीएस ने शनिवार को इन दोनों की गिरफ्तारी की थी। हालांकि शनिवार को ही एक प्रेसनोट के जरिए यूपी पुलिस ने कहा कि ये दोनों लोग कानपुर के केस में नामित अथवा वांछित नहीं हैं। वहीं 3 जुलाई को पुलिस ने अरविंद उर्फ गुड्डन को वांछित बताया था और उस पर 25 हजार का इनाम भी रखा था।
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कानपुर पुलिस ने शूटआउट के बाद विकास गैंग के 15 साथियों की लिस्ट जारी थी। इन पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी रखा था। इस लिस्ट में अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी का नाम भी था। यूपी पुलिस का कहना है कि गुड्डन विकास गैंग का पुराना साथी है। वहीं सुशील कुमार उर्फ सोनू तिवारी गुड्डन का ड्राइवर है। हालांकि सोमवार को यूपी पुलिस महाराष्ट्र पहुंची और रिमांड भी मांगी।
कानपुर के बिकरु गांव में तीन जुलाई की रात को कई मामलों में आरोपी विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर हुए हमले में आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे। बाद में मध्य प्रदेश के उज्जैन से विकास दुबे को नाटकीय अंदाज में गिरफ्तार किया गया था और उत्तर प्रदेश लाने के दौरान एक कथित एनकाउटंर में उसे मार गिराया गया था।