UP पुलिस का कारनामा, जिसकी तेरहवीं पर झगड़ा हुआ पुलिस ने उसी मृतक को बना दिया आरोपी
मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में यूपी पुलिस का एक चौंका देने वाला कारनामा सामने आया है। मेरठ पुलिस ने एक बुजुर्ग की बरसी पर उसी के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। लोग पुलिस की इस लापरवाही की आलोचना कर रहे है। दरअसल बुजुर्ग की पुत्रवधू ने उसकी बरसी पर हुई वारदात का मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़ित पक्ष को कार्रवाई ना होने पर पता चला कि, पुलिस ने उनके मृत ससुर के खिलाफ ही मामला दर्ज कर लिया है।
मामला मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके का
मामला मेरठ के कंकरखेड़ा इलाके का है। मवाना थाना क्षेत्र के मोहल्ला हीरालाल राम बाग निवासी झारिया की बेटी राखी गौतम की शादी कई साल पहले कंकरखेड़ा निवासी निरमेश के साथ हुई थी। कुछ समय बाद राखी और निरमेश में झगड़ा हो गया। जिसके बाद से राखी अपने मायके में रह रही थी। एक साल पहले राखी के ससुर का देहांत हो गया था। जिसके बाद उनकी तेरवहीं में राखी शामिल होने आई थी। जहां पर निरमेश और उसके परिजनों ने ऱाखी के साथ मारपीट की।
मृतक को भी जानलेवा हमला और मारपीट की धाराओं में मुजरिम बना दिया
राखी ने पुलिस को अपने पति और जेठ के खिलाफ तहरीर देते हुए जानलेवा हमले का आरोप लगाया था। लेकिन पुलिस ने जिस व्यक्ति की तेरहवीं में झगड़ा हुआ था, पुलिस ने उसे ही हमले का आरोपी बना दिया। जबकि रिपोर्ट उसके बेटों के खिलाफ लिखाई गई थी। पुलिस ने मृतक को भी जानलेवा हमला और मारपीट की धाराओं में मुजरिम बना दिया। यह मामला तब खुला जब किसी भी आरोपी पर कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता एएसपी ऑफिस पहुंची।
पुलिस ने मानी चूक
राखी ने पुलिस ने अपने मुकदमे की एक कॉपी मांगी। राखी ने जब वकील के जरिए पूरे मामले की डिटेल जानी तो पता चला कि पुलिस ने 1 साल पहले मर चुके उसके ससुर ईश्वर गौतम के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कर लिया है। एएसपी ने कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर को फोन मिलाकर इस बारे में पूछा तो वह कोई जवाब नहीं दे पाए। प्रभारी निरीक्षक ने एएसपी को बताया कि थाने के मुंशी की चूक के कारण एफआईआर में गलती से मृतक का नाम लिख दिया गया था। इसे तत्काल ठीक किया जाएगा।
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