यूपी में नए एमबीबीएस डॉक्टरों को दो साल गांव में काम करना होगा जरूरी
सरकारी मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस डॉक्टर को दो साल गांवों में करना होगा काम:योगी
नई दिल्ली।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाले हर डॉक्टर के लिए गांवों में दो साल काम करना होगा। इसके लिए इन डॉक्टरों से बॉन्ड भरवाया जा रहा है। वहीं, एमडी और एमएस करने वाले डॉक्टर भी एक साल अनिवार्य रूप से गांवों में काम करेंगे। साथ ही, इंटर्नशिप के लिए भी सरकार को कोई मजबूर नहीं करेगा। लखनऊ में आयुष्मान भारत योजना के एक साल पूरा होने पर आयोजित कार्यक्रम में यूपी के सीएम ने ये बाते कहीं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार ने जितने मेडिकल कॉलेज बनाए हैं, वो आजादी से अब तक बने कॉलेजों से ज्यादा है। सोमवार को उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने 2016 से 19 तक तीन साल में 15 नए मेडिकल कॉलेजों के लिए हम काम कर रहे हैं। 7 नए मेडिकल कालेज इस दौरान खोल दिए गए हैं। वहीं अगले एक साल के भीतर 15 और मेडिकल कॉलेज बनाने पर काम कर रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में 1947 से 2016 तक सिर्फ 12 सरकारी मेडिकल कॉलेज ही बनाए गए थे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, हर जिले में लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस दी गई है। यह लोगों की जिंदगी बचाने का काम कर रही है। आयुष्मान योजना पर उन्होंने कहा, एक साल पहले जब हमने आयुष्मान योजना को लागू किया था तो हमारे सामने चुनौतियां थी कि लोगों के बीच समयबद्ध तरीके से इस योजना का लाभ पहुंचाया जा सके, इसकी बेहद जरुरत थी। हमने ऐसी कार्ययोजना बनाई कि इसे जनता के बीच पहुंचाया जा सके। आज योजना से यूपी में एक करोड़ 18 लाख परिवारों को इससे लाभ मिल रहा है। सीएम जन आरोग्य योजना के तहत 8 लाख 45 हजार परिवारों को लाभ मिला है।
इस दौरान सीएम आदित्याथ ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कुपोषण को दूर करने हेतु चरणबद्ध ढंग से पोषण अभियान चलाया जा रहा है। इसी के अंतर्गत सामुदायिक केन्द्रों पर सुपोषण चौपाल का आयोजन किया जा रहा है। चौपाल में लोक गीतों के माध्यम से पोषण व स्वास्थ्य जैसे विषयों पर जागरूकता का प्रसार किया जा रहा है।
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