कोएंबटूर स्कूल में ड्रिल के दौरान ट्रेनर ने छात्रा को ढकेला, मौत
नई दिल्ली। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए समय-समय पर मॉक ड्रिल की जाती है। लेकिन कोएंबटूर में मॉक ड्रिल के दौरान एक छात्रा को दूसरी मंजिल से कूदने के लिए मजबूर करना जानलेवा साबित हुआ है। गुरुवार शाम जब एन लोगेश्वरी को बिल्डिंग की दूसरी मंजिल से कुदा दिया गया, लेकिन ड्रिल के दौरान अपरिपक्व टीम की गलती की वजह से लड़की को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। जिसके बाद ट्रेनर को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
यह मॉक ड्रिल कोएंबटूर के कोवई कलैमंगल कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड साइंस में चल रही थी, जहां लोगेश्वरी बीबीए सेकंड इयर की छात्रा थी। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया जिसमे देखा जा सकता है कि लोगेश्वरी को ट्रेनर पीछे से धक्का देता है। पुलिस ने बताया कि लोगेश्वरी कूदने को तैयार नहीं थी, लेकिन उसके पीछे खड़े ट्रेनर ने उसे पीछे से धक्का दिया लेकिन उसका सिर बिल्डिंग के बारजे से टकरा गया।
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वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्रा को जब दूसरी मंजिल से नीचे ढकेला जाता है तो नीचे छात्र हाथ में नेट लिए हैं, जिससे कि वह इसपर गिरे लेकिन छात्रा पहली मंजिल पर बने बारजे से टकरा जाती है। छात्रा के सिर और गले में गंभीर चोट आई थी। कॉलेज के एक सूत्र का कहना है कि इस ड्रिल को नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित कराया गया था। लोगेश्वरी से पहले पांच छात्रों को पहले कुदाया जा चुका था। लेकिन लोगेश्वरी को गंभीर चोट लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में कॉलेज प्रशासन और ट्रेनर आर अरुमुगम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
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