उन्नाव: घर पहुंचा उन्नाव रेप पीड़िता का शव, रात में ही अंतिम संस्कार की कोशिश में पुलिस
नई दिल्ली। उन्नाव की वीर बेटी लगभग 45 घंटे तक मौत से जूझने के बाद शुक्रवार रात आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। 90 फीसदी झुलसने के बाद दम तोड़ चुकी दुष्कर्म पीड़ित का शव शनिवार रात को दिल्ली से उसके गांव पहुंचा। गांव में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बल तैनात हैं। 65 घंटे बाद जब रेप पीड़िता का शव उसके घर पहुंचा तो पूरा गांव गमगीन था। बृहस्पतिवार रात पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए विमान से दिल्ली ले जाया गया था। बता दें कि शव पहुंचने के साथ ही इलाके में गहमागहमी बढ़ गई है। किसी अप्रिय घटना को रोकने के मद्देनजर पुलिस की बड़ी संख्या में तैनाती की गई है।
शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया
दिल्ली से पीड़िता का शव रात्र 9.10 बजे उन्नाव स्थित उसके गांव पहुंचा। शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। भारी भीड़ के बीच फफकते हुए पीड़िता के भाई औऱ परिजनों ने जैसे ही एंबुलेंस से शव बाहर निकाला चीत्कार मच गई। मृतका के परिवार को जब उसका शव सौंपा गया, तो मौके पर सपा के एमएलसी सुनील साजन, पूर्व विधायक उदय राज यादव और पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मेंद यादव सहित अन्य नेता मौजूद थे। बता दें कि, गैंगरेप पीड़िता को जमानत पर छूटे आरोपियों ने गुरुवार सुबह जिंदा जलाने की कोशिश की थी, जिसके बाद उसे पहले लखनऊ और फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अंतिम संस्कार के लिए राजी करने की कोशिश में लगी पुलिस
सूत्रों के मुताबिक, जिला प्रशासन परिवार को समझा-बुझाकर देर रात को ही अंतिम संस्कार के लिए राजी करने की कोशिश में लगा है। हालांकि पीड़िता के पिता का कहना है कि वह रविवार सुबह ही बेटी का अंतिम संस्कार करेंगे। कानून व्यवस्था के मद्देनजर सीतापुर, हरदोई और लखनऊ से पुलिस फोर्स को उन्नाव बुलाया गया है। इसके अलावा दो प्लाटून पीएसी को भी मौके पर बुलाया गया है। मीडिया को पीड़िता के घर से दूर रखे जाने की कोशिश चल रही है।
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शुक्रवार रात पीड़िता की हुई थी मौत
आपको बता दें कि दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शुक्रवार रात दम तोड़ने वाली उन्नाव रेप पीड़िता के शव को पोस्टमॉर्टम के बाद शनिवार सुबह उन्नाव स्थित घर के लिए रवाना कर दिया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि पीड़िता की मौत अत्यधिक जलने की वजह से हुई है। गैंगरेप पीड़िता को जेल से जमानत पर छूटे आरोपियों ने साथियों के साथ मिलकर जला दिया था। इससे वह 90 प्रतिशत तक झुलस गई थी।
भोपाल:
कांग्रेस
MLA
के
खिलाफ
FIR
दर्ज
नहीं
होने
पर
धरने
पर
बैठी
प्रज्ञा
ठाकुर