उन्नाव एक्सिडेंट: गलत साइड से तेजी से आ रहा था ट्रक, पीड़िता के कार की रफ्तार भी थी ज्यादा
नई दिल्ली। उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सिडेंट के मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया है। इस मामले में सीबीआई ने बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर समेत 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सीबीआई ने बुधवार को इस केस में अपनी जांच शुरू कर दी है। सीबीआई की टीम घटनास्थल पर पहुंची थी जहां कार की ट्रक से टक्कर हुई थी, इस टक्कर में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी। इस एक्सिडेंट के मामले में सीबीआई की शुरूआत जांच में बड़ी बात सामने आई है।

कार की रफ्तार ट्रक से भी ज्यादा थी
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, सीबीआई ने शुरूआती जांच में पाया है कि ट्रक की रफ्तार तेज थी और वह रोड पर गलत साइड से आ रहा था, जबकि कार की रफ्तार ट्रक से भी ज्यादा थी। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की टीम का ये मानना है कि रोड पर गलत साइड में ट्रक को देखकर कार चालक हड़बड़ा गया, कार चालक ने बचने की पूरी कोशिश की लेकिन संतुलन खोने के बाद कार ट्रक के पिछले हिस्से से जा टकरायी। इस भीषण टक्कर ने दो लोगों की जान ले ली।
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गलत साइड में थी तेज रफ्तार ट्रक
इसके पहले, सीबीआई की टीम ने रेप पीड़िता की कार और ट्रक का हाल भी देखा। दोनों गाड़ियों से कुछ पार्ट्स अपने पास सुरक्षित रख लिए। सीबीआई की टीम के अन्य सदस्यों ने फोटो लिए और नक्शा तैयार किया। उन्होंने अधिकारियों से भी इस बाबत पूछताछ की। बता दें कि इस एक्सिडेंट में बुरी तरह घायल रेप पीड़िता और वकील की हालत गंभीर है। इस एक्सिडेंट में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई है।

एक्सिडेंट में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत
रेप पीड़िता, उसके परिवार के अन्य सदस्य और वकील उस कार में सवार थे जिसे ट्रक ने टक्कर मारा था, उस वक्त पीड़िता अपने चाचा से मिलने जा रही थी, जो रायबरेली जेल में बंद हैं। जबकि पीड़िता के चाचा ने आरोप लगाया है कि इस कार दुर्घटना के पीछे कुलदीप सिंह सेंगर और अन्य भाजपा नेताओं का हाथ हैं। सीबीआई ने इस मामले में सेंगर और 10 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उन्नाव रेप पीड़िता के एक्सिडेंट पर सियासत भी गरमाई हुई है। तमाम विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर बीजेपी विधायक को बचाने का आरोप लगाया है।